नई दिल्ली: कांगेस संगठन की चुनावी प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में है। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति अगले महीने अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की तारीखो का ऐलान करेगी। माना जा रहा है कि राहुल गांधी 31 अक्टूबर तक कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल लेंगे।
चुनाव लड़कर अध्यक्ष बनना चाहते हैं राहुल
जैसे ही राहुल गांधी ने अमेरिका से नेतृत्व संभालने की हामी भरी, कांग्रेस संगठन की चुनावी प्रक्रिया ने भी रफ़्तार पकड़ ली। कांग्रेस वर्किंग कमिटी के अध्यक्ष बनने के प्रस्ताव को राहुल गांधी पहले ही ठुकरा चुके हैं। दरअसल राहुल चुनाव लड़कर अध्यक्ष बनना चाहते हैं इसलिए चुनाव होगा।
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने DRO और BRO को निर्देश दे दिया है कि ब्लॉक और जिला अध्यक्षों का चुनाव 3 अक्टूबर तक हो जाए और 3 अक्टूबर तक ये सूची पार्टी के मुख्यालय भेज दी जाए। इसके बाद सभी प्रदेशों के हर ब्लॉक से कांग्रेस कमेटी के मेंबर चुने जायेंगे और यही मेंबर नया अध्यक्ष चुनेंगे। अध्यक्ष के चुनाव में पीसीसी मेंबर ही वोटर होता है।
राहुल के खिलाफ किसी ने पर्चा दाखिल किया तो चुनाव होगा
चुनाव समिति 15 अक्टूबर के आस पास अध्यक्ष पद के लिए कार्यक्रम घोषित कर देगी। कांग्रेस संविधान के मुताबिक राहुल के खिलाफ किसी ने पर्चा दाखिल किया तो चुनाव होगा। नहीं किया तो, नामांकन की अंतिम तारीख के बाद राहुल को अध्यक्ष घोषित कर दिया जायेगा।
राहुल गांधी के अध्यक्ष चुन लिए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी का अधिवेशन बुलाया जाएगा। परंपरा के मुताबिक नया अध्यक्ष ही संबोधित करता है। उसी वक़्त कांग्रेस कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव भी होगा। CWC में कुल 25 सदस्य होते है। अध्यक्ष और लोक सभा में कांग्रेस का नेता स्वतः सदस्य हो जाते है। 11 सदस्य अध्यक्ष नॉमिनेट करते हैं। 12 सदस्यों का चुनाव होता है।
अगले महीने में ही कांग्रेस को मिलेगा नया अध्यक्ष
2019 के चुनाव से पहले कांग्रेस राहुल गांधी को अध्यक्ष के रूप में पर्याप्त समय देना चाहती है। इसलिए चुनाव की जल्दी पार्टी को भी है।
बता दें कि ये तय था कि सोनिया गांधी के बाद राहुल ही कांग्रेस के अध्यक्ष होंगे लेकिन कब ये साफ़ नहीं था। अब तय हो गया है कि राहुल की ताजपोशी अब नहीं रुकेगी। अगले महीने में ही कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल जायेगा।