नई दिल्ली: चौकीदार पर भारतीय राजनीति में भीषण संग्राम मचा है। राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चौकीदार कहते हैं और प्रधानमंत्री ने पूरे देश को ही चौकीदार बना दिया। मतलब राहुल गांधी जिन आरोपों के वाण से प्रधानमंत्री पर निशाना साध रहे थे उसी वाण को पीएम ने जनता की ओर मोड़ दिया है। अब कांग्रेस को समझाना पड़ रहा है कि वो किस चौकीदार की बात कर रहे हैं। कौन सा चौकीदार उनकी नजरों में ईमानदार है और कौन सा नहीं।
अब इसे चूक कहें या खता लेकिन कांग्रेस जब भी मोदी को घेरने निकलती है, मोदी का पलटवार इनको न सिर्फ कमजोर कर देता है बल्कि हमला कांग्रेस के लिए सेल्फ गोल साबित हो जाता है। जिस तरह 2014 में मणिशंकर अय्यर के चाय वाले बयान ने पासा पलट दिया था ठीक वैसा ही अब हो रहा है। कांग्रेस ने सोचा नहीं था कि एक चौकीदार पूरे देश को चौकीदार बना देगा। अब महाभारत मचा है। बीजेपी के चौकीदार बोल रहे हैं, राहुल गांधी समझ नहीं पा रहे हैं कि वो किसका अपमान कर रहे हैं।
48 घंटे पहले पीएम ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ा था। इसके बाद तो अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ने वालों की कतार लग गई। कांग्रेस ने चौकीदार चोर है का नारा देकर सोचा था कि प्रधानममंत्री को घेरा जाएगा लेकिन पीएम ने अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ कर कांग्रेस की उलझने बढ़ा दी है।
राहुल फंस गए हैं। चौकीदार पर मचे बवाल पर कोई कह रहा है बेरोजगार, कोई कह रहा है उलटे चोर कोतवाल को डाटे। कांग्रेस मानती भले ना हो लेकिन जानती तो है ही कि पीएम मोदी ने नाम के आगे चौकीदार लगाकर उनके आरोपों की धार को बहुत कमजोर कर दिया है। राहुल गांधी से चौकीदार यूनियन भी नाराज हो गया है। मुंबई पुलिस का कहना है कि चौकीदार संघ ने राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा है। यूनियन का दावा है कि राहुल गांधी की इस टिप्पणी से सुरक्षा गार्डों का अपमान हुआ है।