नई दिल्ली: राहुल गांधी ने शनिवार को देश की एक सौ तीस साल से भी ज्यादा पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस का अध्यक्ष पद ग्रहण कर लिया। पिछले 19 सालों से उनकी मां सोनिया गांधी के हाथों में कांग्रेस की बागडोर थी, जिसे आज उन्होंने अपने बेटे को सौंप दी। इस मौके पर कांग्रेस मुख्यालय के बाहर जश्न का माहौल देखने को मिला। पद ग्रहण समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, प्रियंका वाड्रा, राबर्ट वाड्रा और कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। राहुल गांधी 34 साल की उम्र में राजनीति में आये और अमेठी से पहला चुनाव लड़ा। उसी साल कांग्रेस ने एनडीए को सत्ता से हटाया और अगले दस साल तक कांग्रेस केन्द्र की सत्ता पर काबिज रही। कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद फिर से पार्टी के अच्छे दिन आ जाएंगे।
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- आज लोगों को दबाने की राजनीति हो रही है, खानपान को लेकर हत्या हो रही है: राहुल गांधी
- पिछले 2 साल से कांग्रेस पर हमले हो रहे हैं, बीजेपी के लोग आग लगा रहे हैं, हम बुझा रहे हैं: राहुल गांधी
- राजनीति का मकसद जनता की सेवा करना है। आज मूल्यों को दरकिनार किया जा रहा है और गरीबों की बात करने पर हमले होते हैं: राहुल गांधी
- 13 साल पहले मैं राजनीति में आया। आज लोगों की सेवा के लिए राजनीति का उपयोग नहीं हो रहा है बल्कि जनता को कुचला जा रहा हैः राहुल गांधी
- शपथ लेने से पहले राहुल गांधी संबोधित कर रहे हैं
- मैं आज इस जिम्मेदारी को छोड़ते हुए अपने कार्यकर्ताओं और देश वासियों से मिले प्यार के लिए धन्यवाद देती हूं: सोनिया गांधी
- राहुल मेरा बेटा है मैं बड़ाई तो नहीं करूंगी लेकिन बचपन से ही हालातों ने उन्हें मजबूत और सहनशील बनाया हैः सोनया गांधी
- आज चुनौती पहले से बड़ी है, देश में संवैधानिक मूल्यों पर हमला हो रहा है। हमने समाज के हर तबके का ख्याल रखा: सोनिया गांधी
- मैं सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए अध्यक्ष बनी। हमने पार्टी को एकजुट रखने की कोशिश की और कांग्रेस ने देश को प्रगतिशील सरकार दी: सोनिया गांधी
- इंदिरा गांधी की हत्या के 7 साल के बाद मेरे पति की भी हत्या की गई। मुझे लगा कि इस जिम्मेदारी को नकारने से इंदिराजी और राजीवजी का बलिदान व्यर्थ जाएगा। इसीलिए अपने कर्तव्य को समझते हुए मैं राजनीति में आईः सोनिया गांधी
- मैं खुद को, बच्चों को राजनीति से दूर रखना चाहती थी। लेकिन मेरे पति ने देश की जिम्मेदारी को समझकर प्रधानमंत्री पद ग्रहण कर लिया: सोनिया गांधी
- मैं एक क्रांतिकारी परिवार में आई। इस परिवार के लोगों ने देश के लिए धन दौलत और जीवन लुटा दिया: सोनिया गांधी
- इंदिरा जी ने मुझे बेटी की तरह स्वीकार किया। जब इंदिरा जी की हत्या हुई तो मुझे लगा जैसे मेरी मां छीनी गई हों: सोनिया गांधी
- जब मैं अध्यक्ष पद के लिए चुनी गई तो इसी तरह संबोधित करने के लिए खड़ी थी। मेरे दिल में भी घबराहट थी: सोनिया गांधी
- पटाखों के शोर के चलते सोनिया गांधी को रोकना पड़ा भाषण, कांग्रेस के मंच से अनुरोध किया गया कि पटाखे न जलाएं
- अब एक नए नेतृत्व की उम्मीद आपके सामने हैः सोनिया गांधी
- राहुल को कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र जारी होने के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं और आशीर्वाद देती हूं: सोनिया गांधी
- कांग्रेस कार्यकर्ताओें को संबोधित कर रही हैं सोनिया गांधी
- मुझे पूरा विश्वास है कि राहुल जी के नेतृत्व में कांग्रेस नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगी
- कांग्रेस मुख्यालय में जबरदस्त भीड़ के चलते कई बड़े नेता भी नहीं जा पाए अंदर, बाहर से ही लौटना पड़ा
- राहुल गांधी के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह संबोधित कर रहे हैं
- मुझे सब माफ करें अगर मैं थोड़ा भावुक हो रहा हूँ: मनमोहन सिंह
- मनमोहन सिंह ने अपने 10 साल के प्रधानमंत्रित्व काल मे सोनिया गांधी की अध्यक्षता में आर्थिक उपलब्धियों को गिनाया
- हम सोनिया गांधी को उनके नेतृत्व के लिए उन्हें सलाम करते हैं: मनमोहन सिंह
- राहुल गांधी को केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने सर्टिफिकेट दिया
- मंच पर मौजूद राहुल गांधी, सोनिया गांधी और डॉ. मनमोहन सिंह
- राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
- वंदे मातरम के साथ हुई कांग्रेस अध्यक्ष के शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत
- राहुल गांधी और सोनिया गांधी साथ में पहुंचे कांग्रेस मुख्यालय
- प्रियंका गांधी वाड्रा और रॉबर्ट वाड्रा कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे
- कांग्रेस मुख्यालय के लिए अपने आवास से निकले राहुल गांधी
- कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रेल भवन से कांग्रेस मुख्यालय तक निकाला मार्च
इससे पहले 11 दिसंबर को राहुल गांधी कांग्रेस के निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। कांग्रेस नेता एम रामचंद्रन ने इसका औपचारिक ऐलान किया था। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ राहुल गांधी ने ही नामांकन दाखिल किया था। राहुल के अध्यक्ष पद संभालने के बाद से लगातार कई चुनौतियां भी उन्हें विरासत में मिलेंगी। 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी की वापसी कराने के साथ विधानसभा चुनावों में मिल रही लगातार हार के क्रम को तोड़ना भी एक बड़ी चुनौती है।
राहुल की ताजपोशी के लिए दिल्ली के प्रसिद्ध हलवाइयों को बुलाया गया है जो जलेबी और लड्डू समेत कई तरह की मिठाइयां बनाने में जुटे हुए हैं। इस मौके के लिए यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी खास इंतज़ाम किये हैं।