नई दिल्ली: राफेल मुद्दे पर संसद में जोरदार हंगामे के बाद राहुल गांधी ने प्रेस कान्फ्रेंस में सबसे पहले नववर्ष की शुभकामनाएं दी और ऑडियो टेप के बारे में पूछा जिसका ट्रान्सक्रिप्ट पढ़ने से लोकसभा अध्यक्ष ने रोक दिया था। राहुल गांधी ने कहा कि गोवा के हेल्थ मिनिस्टर का ऑडियो टेप है जिसमें उन्होंने कहा कि परिकर जी ने कैबिनेट मीटिंग में बोला कि मेरे पास राफेल की फाइल है.. गोवा की कैबिनेट मीटिंग में एक तरह से पीएम को ब्लैकमेल किया...परिकर जी के बेडरूम में क्या इन्फॉर्मेशन है..
राहुल गांधी एक ऑडियो क्लिप सुनाते हुए कहा कि यह अरुण जेटली की आवाज है जिसमें 68 हजार करोड़ की डील है की बात कही जा रही है। वहीं सरकार कहती है कि हम दाम नहीं बता सकते। 526 करोड़ से 1600 करोड़ कीमत कैसे पहुंची। जितनी भी सच्चाई को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं उतनी ही चीजें बाहर निकल कर आ रही हैं।
अनिल अंबानी पर 45 हजार करोड़ का कर्ज है और इस डील के जरिए 30 हजार करोड़ का फायदा पहुंचाया है। देश जानता है कि नरेंद्र मोदी ने इस कॉन्ट्रैक्ट के जरिए अपने दोस्त को मदद पहुंचाई। राहुल गांधी ने एकबार फिर कहा कि चौकीदार चोर है।
राहुल गांधी ने कहा कि राफेल पर पीएम मोदी या रक्षा मंत्री क्यों नहीं बोल रहे हैं। उन दोनों को डिफेंड करने के लिए संसद में अरुण जेटली को खड़ा कर दिया जाता है। ये दोनों क्यों मुंह छिपा रहे हैं। नरेंद्र मोदी जी को जवाब देना चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा हवाई जहाज का दाम 526 से 1600 करोड़ करने का फैसला किसका था.. क्या वो नरेंद्र मोदी का फैसला था या एयरफोर्स का था.. अगर एयरफोर्स का फैसला नहीं था तो क्या एयरफोर्स ने अपनी आपत्ति जताई थी या नहीं..
राहुल गांधी ने कहा कि अनिल अंबानी ने जिंदगी भर हवाई जहाज नहीं बनाया.. एचएएल 70 साल से बनाती रही है हवाई जहाज.. अंबानी को यह काम देने का फैसला किसका था जिसपर 45 हजार करोड़ का कर्ज था।
राहुल गांधी ने कहा कि अगर मोदी में हिम्मत है तो मुझसे आमने-सामने आकर बहस करें। वहीं राफेल पर सुप्रीम कोर्ट का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिल्कुल क्लियर कहा है कि यह हमारे दायरे में नहीं है।