नई दिल्ली: CBI निदेशक को हटाए जाने के खिलाफ कांग्रेस की तरफ CBI मुख्यालय तक किए गए मार्च में हुई कथित 'गिरफ्तारी' के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री इस मामले से भाग सकते हैं लेकिन बच नहीं सकते। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने CBI निदेशक के खिलाफ जो कदम उठाया है वह संकट से समय उठाया गया कदम है।
छुट्टी पर भेजे गए CBI निदेशक आलोक वर्मा को बहाल करने की मांग को लेकर कांग्रेस शुक्रवार को देशभर में CBI दफ्तरों के बाहर धरना प्रदर्शन कर रही है। राहुल गांधी ने राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के इस प्रदर्शन का नेतृत्व किया और दयाल सिंह कॉलेज से लेकर CBI मुख्यालय तक मार्च किया। इसके बाद CBI मुख्यालय के बाहर मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर हमला बोला। इससे पहले कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए CBI मुख्यालय की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
CBI Row: Updates on Congress' Protest
02:02 PM: कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी ने गिरफ्तारी दी। वहीं, दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसने राहुल गांधी को गिरफ्तार नहीं किया।
01:52 PM: राहुल गांधी उस बस के अंदर बैठे हैं जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
01:35 PM: गिरफ्तारी देने के लिए राहुल गांधी लोधी रोड पुलिस स्टेशन जा रहे हैं।
01:24 PM: राहुल गांधी ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने राफेल मामले की जांच से बचने के लिए सीबीआई के डायरेक्टर को हटाया है। हम चौकीदार को चोरी नहीं करने देंगे।'
01:14 PM: CBI मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना। कहा- पीएम ने अनिल अंबानी की जेब में देश की जनता का पैसा डाला।
01:12 PM: कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं राहुल गांधी। वहीं, CBI मुख्यालय दिल्ली के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस हिरासत में ले रही है।
01:04 PM: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सीबीआई मुख्यालय से करीब 400 मीटर पहले रोका गया।
12:41 PM: कांग्रेस के पास उठाने के लिए जनता से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वे बेफिजूल के मुद्दे उठा रहे हैं। हमें जांच रिपोर्ट आने तक इंतजार करना चाहिएः राजनाथ सिंह
12:37 AM: लखनऊ में CBI दफ्तर के पास विरोध कर रहे यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर को गिरफ्तार किया गया।
12:31 AM: चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सीबीआई ऑफिस के सामने विरोध प्रदर्शन। चंडीगढ़ में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर किया वॉटर कैनन का इस्तेमाल।
12:19 AM: दयाल सिंह कॉलेज पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे राहुल गांधी। CBI मुख्यालय तक जाने के लिए शुरू किया मार्च।
12:04 AM: दयाल सिंह कॉलेज पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी का इंतजार। घर से निकल रहे हैं राहुल गांधी।
11:56 AM: मुंबई में संजय निरुपम के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता CBI चीफ आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
11:41 AM: इस प्रदर्शन में कांग्रेस के अलावा वाम दलों और अन्य पार्टियों के नेता भी हिस्सा ले रहे हैं।
11:17 AM: दिल्ली पुलिस ने CBI हेडक्वॉर्टर की सुरक्षा बढ़ाई। छावनी में तब्दील हुआ पूरा इलाका।
11:03 AM: कांग्रेस ने CBI विवाद को लेकर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। आज देश के हर राज्य के CBI मुख्यालय के सामने कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं।
10: 06 AM: राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि वह दयाल सिंह कॉलेज से लेकर CBI मुख्यालय तक मार्च करेंगे।
इससे पहले कांग्रेस के सूत्रों ने बताया था कि पार्टी CBI निदेशक वर्मा के खिलाफ आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस पूरे प्रकरण पर देश से माफी मांगने की मांग करेगी। कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने सभी कांग्रेस महासचिवों, प्रदेश अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं को पत्र लिखकर उनसे कहा है कि देशभर में CBI कार्यालयों के बाहर भाजपा सरकार के खिलाफ धरना दिया जाए। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में CBI मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शामिल होंगे, वहीं राज्य स्तर के नेता अपने अपने क्षेत्रों में धरने की अगुवाई करेंगे।
गहलोत ने अपने पत्र में कहा, ‘मोदी-शाह द्वय द्वारा CBI निदेशक को अवैध, असंवैधानिक और गैरकानूनी तरीके से हटाने से भारत और उसकी प्रमुख जांच एजेंसी शर्मसार हुई हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ‘राफेल-ओ-फोबिया’ के शिकार हैं और राफेल घोटाले के इस डर से CBI को ध्वस्त कर दिया गया। कांग्रेस ने बुधवार को CBI के निदेशक को छुट्टी पर भेजे जाने को एजेंसी की स्वतंत्रता खत्म करने की अंतिम कवायद बताया। उधर, केन्द्र सरकार ने इस कार्रवाई का बचाव करते हुए इसे ‘अपरिहार्य’ बताया। सरकार ने दलील दी है कि CBI के संस्थागत स्वरूप को बरकरार रखने के लिए यह कार्रवाई जरूरी थी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि CBI के दो शीर्ष अधिकारियों को हटाने का सरकार का फैसला केन्द्रीय सतर्कता आयोग (CVC) की सिफारिशों पर आधारित है। उल्लेखनीय है कि विवाद के केंद्र में आए वर्मा और CBI के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने मंगलवार देर रात आदेश जारी कर अवकाश पर भेज दिया था। प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली नियुक्ति समिति ने मंगलवार की रात में आदेश जारी कर एजेंसी के निदेशक का प्रभार संयुक्त निदेशक एम. नागेश्वर राव को सौंप दिया।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बुधवार को आश्चर्य जताते हुए सवाल किया था कि क्या वर्मा को राफेल घोटाले में भ्रष्टाचार की जांच करने की उत्सुकता की वजह से ‘हटाया’ गया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में जवाब भी मांगा। सुरजेवाला ने एक ट्वीट में कहा था, ‘वर्मा को हटाकर मोदी सरकार ने CBI की आजादी में ‘आखिरी कील’ ठोक दी है। सुनियोजित तरीके से CBI को खत्म करने और उसे बदनाम करने की कोशिश पूरी हो गई। प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित किया कि प्रमुख जांच एजेंसी CBI की ईमानदारी, विश्वसनीयता खत्म हो जाए।'