नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज से चार-पांच दिनों लिए अपनी कैलाश मानसरोवर यात्रा पर निकल चुके हैं। पार्टी सूत्रों ने बुधवार को यहां जानकारी दी। भगवान शिव के भक्त गांधी ने कहा था कि वह कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा करेंगे। चीन के स्वायत क्षेत्र तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत को हिंदुओं द्वारा भगवान शिव के निवास स्थान माना जाता है।
बताया जा रहा है कि राहुल गांधी पहले यहां से बीजिंग रवाना होंगे। इसके बाद वह बीजिंग से लहासा और फिर सागा जाएंगे। राहुल सागा में करीब एक या दो दिन तक रुकेंगे जिसके बाद मानसरोवर की ओर बढ़ेंगे। बता दें कि मानसरोवर की ऊंचाई समुद्र तल से करीब 15,060 फीट तक है। राहुल गांधी वहां पर एक बेस कैंप में रुकेंगे।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनाव के दौरान अपनी इस यात्रा के बारे में बताया था। राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि, 'मैं दो-तीन दिन पहले कर्नाटक जा रहा था, मैं प्लेन में सवार था। प्लेन अचानक 8 हजार फीट नीचे आ गया। मैं अंदर से हिल गया और लगा कि अब गाड़ी गई। तभी मुझे कैलाश मानसरोवर याद आया। अब मैं आपसे 10 से 15 दिन के लिए छुट्टी चाहता हूं ताकि कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जा सकूं।'
बता दें कि कैलाश मानसरोवर जाने के दो रास्ते हैं। पहला उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रे से होकर जाया जाता है। इस यात्रा में 60-60 यात्रियों का 18 जत्था जाता है। मानसरोवर यात्रा का दूसरा मार्ग सिक्किम के नाथुला दर्रे से होकर जाता है। इस मार्ग पर वाहन की सुविधा होने के कारण यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए अनुकूल मानी जाती है। इस यात्रा की अवधि 21 दिन की होती है।