नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि यह अपने आप में एक गुत्थी है कि रेलवे एक तरफ पीएम केयर्स कोष में 151 करोड़ रुपये दे रहा है और दूसरी तरफ प्रवासी श्रमिकों से किराया वसूल रहा है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘एक तरफ रेलवे दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों से किराया वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपये का चंदा दे रहा है। जरा ये गुत्थी सुलझाइए!’’
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि इन मजदूरों के लौटने पर होने वाले खर्च का वहन पार्टी की प्रदेश इकाइयां करेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने कामगारों की इस निशुल्क रेलयात्रा की मांग को बार-बार उठाया है। दुर्भाग्य से न सरकार ने एक सुनी और न ही रेल मंत्रालय ने, इसलिए कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि हर प्रदेश कांग्रेस कमेटी हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी।’’
वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि शहरों में फंसे प्रवासी मजदूरों को रेलवे के जरिए घरों तक पहुंचाने के लिए भारतीय रेल उनसे किराया नहीं वसूलेगी। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि इसको लेकर उनकी रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात हुई है और उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार किराए का 85 प्रतिशत बोझ उठाएगी जबकि राज्य सरकार 15 प्रतिशत खर्च उठाएगी।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि प्रवासी मजदूर बिना कोई किराया चुकाए अपने घर पहुंचेंगे और रेल मंत्रालय इसको लेकर अधिकारिक बयान जल्दी ही जारी करने वाला है।