नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने GST पर एक और वीडियो जारी कर सरकार पर हमला बोला है। GST पर यह उनका तीसरा वीडियो है। इसमें उन्होंने कहा, "असंगठित अर्थव्यवस्था पर दूसरा बड़ा आक्रमण GST है।" राहुल गांधी ने कहा, "GST, UPA का आइडिया था। एक टैक्स, कम से कम टैक्स, साधारण और सरल टैक्स।"
उन्होंने कहा, "NDA का GST बिल्कुल अलग है। चार अलग-अलग टैक्स हैं, 28% तक टैक्स है और बड़ा कॉम्प्लिकेटेड, समझने में बहुत मुश्किल टैक्स है, जो स्मॉल एंड मीडियम बिजनेसेस हैं, वह इस टैक्स को भर ही नहीं सकते। लेकिन, जो बड़ी कंपनियां हैं, वह इसे आसानी से भर सकती हैं, 5-10-15 अकाउंटेंट्स लगा सकती हैं।" उन्होंने पूछा, "यह चार अलग-अलग रेट क्यों हैं?"
राहुल गांधी ने वीडियो में आगे कहा, "यह चार अलग-अलग रेट इसलिए हैं क्योंकि सरकार चाहती है कि जिसकी पहुंच हो, GST को आसानी से बदल पाए और जिसकी पहुंच ना हो, वह GST के बारे में कुछ ना कर पाए।" उन्होंने कहा, "पहुंच किसकी है? हिंदुस्तान के सबसे बड़े 15-20 उद्योगपतियों की पहुंच है। तो जो भी टैक्स का कानून वह बदलना चाहते हैं, इस GST रेजीम में बदल सकते हैं।"
राहुल गांधी ने कहा, "NDA की GST का नतीजा क्या है? आज हिंदुस्तान की सरकार, स्टेट्स को GST का पैसा ही नहीं दे पा रही। प्रदेश एंप्लॉय्स को, टीचर्स को पैसा नहीं दे पा रहे। तो GST बिल्कुल फेल है, मगर यह सिर्फ फेल नहीं है यह एक आक्रमण है, गरीबों पर, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेसेस पर। GST टैक्स की व्यवस्था नहीं है। जीएसटी हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण है।"
उन्होंने वीडियो में आगे कहा, "छोटे दुकानदार, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस वालों पर, किसान और मजदूरों पर आक्रमण है। हमें इस आक्रमण को पहचानना पड़ेगा और मिलकर एक-साथ इसके खिलाफ हम सब को खड़ा होना पड़ेगा।" गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी GST को लेकर पहले भी दो वीडियो जारी कर चुके हैं। यह वीडियोज 'GST की बात' नाम से होती हैं।
उन्होंने यह वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "GDP में ऐतिहासिक गिरावट का एक और बड़ा कारण है- मोदी सरकार का गब्बर सिंह टैक्स (GST)। इससे बहुत कुछ बर्बाद हुआ जैसे- लाखों छोटे व्यापार, करोड़ों नौकरियाँ और युवाओं का भविष्य, राज्यों की आर्थिक स्थिति। GST मतलब आर्थिक सर्वनाश।"