नई दिल्ली। कश्मीर के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति की टिप्पणी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बयान आया है। राहुल गांधी ने इस पूरे मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी से सफाई मांगी है। राहुल गांधी ने ट्वीट संदेश में कहा है कि इस मुद्दे पर ‘कमजोर विदेश मंत्रालय’ की सफाई से काम नहीं चलेगा।
अपने ट्वीट संदेश में राहुल गांधी ने लिखा, ‘’राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि पीएम मोदी ने उन्हें कश्मीर के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता के लिए कहा है, अगर यह सच है तो पीएम मोदी ने भारत के हितों के साथ और 1972 के शिमला समझौते के साथ धोखा किया है, इस मुद्दे पर एक कमजोर विदेश मंत्रालय के बयान से बात नहीं बनेगी, प्रधानमंत्री मोदी को बताना चाहिए कि उनके और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई बैठक में क्या बात हुई थी।‘’
ट्रंप के बयान को लेकर विदेश मंत्रालय पहले ही कह चुका है कि भारत ने अमेरिका से कभी भी कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता के लिए नहीं कहा है। मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद के दोनो सदनों में कहा ‘’मैं सदन को स्पष्ट रूप से आश्वासन देना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से कभी इस तरह का आग्रह नहीं किया गया है।‘’ विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ तबतक कोई बात नहीं होगी जबतक पाकिस्तान सीमापार आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाएगा। विदेश मंत्री ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ जब भी बात होगी वह द्वीपक्षीय ही होगी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को अमेरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात की, मुलाकात के दौरान इमरान खान ने अमेरिका के सामने कश्मीर का मुद्दा उठाया और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भी उनसे इस मामले में मध्यस्थता के लिए कह चुके हैं। हालांकि बाद में जब दोनो नेताओं के बयान का आधिकारिक दस्तावेज जारी किया गया तो उसमें कश्मीर के मुद्दे पर कोई बयान नहीं रखा गया था।