नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'प्राइम टाइम मिनिस्टर' कहकर तंज कसा और कहा कि जब लोग पुलवामा के शहीदों पर आंसू बहा रहे थे, मोदी 'हंसते हुए' फोटोशूट में व्यस्त थे। राहुल गांधी ने कहा, "पुलवामा में 40 जवानों की शहादत की खबर के तीन घंटे बाद भी 'प्राइम टाइम मिनिस्टर' फिल्म की शूटिंग करते रहे।" मोदी के झील के पास फोटोशूट का जिक्र करते हुए कांग्रेस प्रमुख ने ट्वीट किया, "देश के दिल व शहीदों के घरों में दर्द का समंदर उमड़ रहा था और वे हंसते हुए नदी के पास फोटोशूट पर थे।"
राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाता सम्मेलन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए सवाल उठाया कि मोदी पुलवामा हमले के तुरंत बाद क्या कर रहे थे। कांग्रेस ने लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमले के दो घंटे बाद उत्तराखंड के रुद्रपुर जिले में रैली को संबोधित करने के दौरान हमले व इसके पीड़ितों का उल्लेख करने में विफल क्यों रहे।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम प्रधानमंत्री से जानना चाहते हैं कि वह अपरान्ह 3.10 (जब पुलवामा में हमला हुआ) से 5.10 के बीच क्या कर रहे थे। 4.40 बजे उन्होंने मोबाइल फोन से एक रैली को संबोधित किया। जहां तक हमारी जानकारी है, उन्होंने एक बार भी हमले का उल्लेख नहीं किया।"
मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री के डीडी न्यूज के एक वीडियो को साक्ष्य के तौर पर पेश किया। उन्होंने कहा, "अगर उन्होंने पुलवामा हमले की निंदा की होती तो शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की होती..लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया।" उन्होंने कहा कि इससे अधिक कोई असंवेदनशीलता नहीं हो सकती।
मनीष तिवारी ने कहा, "क्या वह (प्रधानमंत्री) 3.10 बजे से 5.30 बजे के बीच हमले से अंजान थे? या तो उनके कार्यालय द्वारा उन्हें सूचित नहीं किया गया था या उनसे संपर्क असंभव था। इसे सत्ता के शीर्ष पर संवाद की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है।" उन्होंने कहा कि भारत एक परमाणु संपन्न देश है जिसका पड़ोसी पाकिस्तान भी परमाणु संपन्न हैं और ऐसे में देश ऐसे नेताओं को बर्दाश्त नहीं सकता जो समय पर संवाद नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, "अगर आप को पता नहीं था कि हमला हुआ है तो इससे बड़ी अक्षमता क्या हो सकती है।"