नई दिल्ली : आजादी के बाद यह पहला मौका है जब कांग्रेस अध्यक्ष को 26 जनवरी के कार्यक्रम में पहली पंक्ति में जगह नहीं दी गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज राजपथ पर आयोजित 69वें गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया। गौरतलब है कि पार्टी ने राहुल को चौथी पंक्ति में बैठने की जगह दिये जाने पर कल विरोध जताया था। हालांकि, बाद में उनकी सीठ चौथी से बदलकर छठी पंक्ति में कर दी गई। समारोह के दौरान राहुल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद से बातचीत करते नजर आये।
कांग्रेस के एक नेता ने कल आरोप लगाया था कि कांग्रेस अध्यक्ष को पहली पंक्ति में बैठने की जगह ना देकर मोदी सरकार ‘‘सस्ती राजनीति’’ कर रही है। कांग्रेस सूत्रों का कहना था कि स्वतंत्रता के बाद से ही पार्टी अध्यक्ष पहली पंक्ति में बैठते आये हैं।
एक कांग्रेस के एक नेता ने अपनी पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि यह कदम उस सार्वजनिक समारोह में कांग्रेस नेतृत्व का ‘अपमान करने’ के मकसद से है जिसमें आसियान के सभी 10 देशों के राष्ट्र प्रमुख मौजूद रहेंगे। कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि आजादी के बाद से ही पार्टी अध्यक्ष प्रथम पंक्ति में बैठते रहे हैं जिसमें सोनिया गांधी भी शामिल हैं।
मालूम हो कि इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में आसियान के 10 राष्ट्राध्यक्ष बतौर मुख्य अतिथि शामिल हो रहे हैं। साल 1950 से ही गणतंत्र दिवस के चीफ गेस्ट का एक प्रतीकात्मक महत्व रहा है। वैश्विक राजनीति में भारत की भूमिका और नीति के मुताबिक यह चुनाव किया जाता रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहली बार गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराएंगे।