चंडीगढ़: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को यहां कहा कि फ्रांस के साथ राफेल जेट सौदे का ब्यौरा सार्वजनिक करना व्यावहारिक नहीं है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष द्वारा इस सौदे के ब्यौरे की मांग करना अव्यवहारिक है। विपक्ष पर जनता को गुमराह करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए राजनाथ ने कहा कि देश की सुरक्षा के मद्देनजर सौदे से संबंधित सारे ब्यौरे को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, "ऐसा पूर्व की सरकारों के कार्यकाल के दौरान भी हुआ है।" गृहमंत्री ने कहा कि विपक्षी नेता झूठ बोलकर सत्ता में आने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "मौजूदा सरकार ने गरीबों की दशा सुधारने को वरीयता दी है। पिछली सरकार के कार्यकाल में जहां सिर्फ तीन मोबाइल बनाने वाली फैक्टरियां थीं, वहां वर्तमान सरकार के पिछले चार साल के शासन काल में 100 नई फैक्टरियां लग गई हैं।"
राष्ट्र की सुरक्षा का जिक्र करते हुए राजनाथ ने कहा कि इजरायल की तर्ज पर एक एकीकृत सीमा सुरक्षा प्रणाली पर अमल किया जा रहा है, ताकि सीमाओं की सुरक्षा कड़ी की जाए। उन्होंने कहा कि कटीले तार लगाकर 22,000 किलोमीटर की थल और जल की सीमाओं को सुरक्षित करना संभव नहीं होगा। इसलिए केंद्र सरकार ने प्रौद्योगिकी आधारित सुरक्षा प्रणाली अपनाने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने नक्सली आंदोलन पर रोक लगाई है और अब नक्सली गतिविधियों पर नियंत्रण बनाने में सुरक्षा बल सफल हैं।