चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की कैबिनेट को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दी हरी झंडी दी है। राहुल गांधी और चन्नी के बीच देर रात बैठक चली। 4 दिन में चन्नी तीसरी बार दिल्ली में मौजूद हैं। राहुल गांधी के आवास पर हुई बैठक में अजय माकन और हरीश रावत भी रहे मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक फाइनल लिस्ट तैयार कर ली गई है जिसमें अमरिंदर सिंह के करीबी मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। फाइनल लिस्ट में ब्रह्म मोहिन्दरा, राणा गुरजीत, मनप्रीत बादल, तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, अरूणा चौधरी, रजिया सुल्ताना, डॉ राज कुमार वेरका, भारत भूषण आशु, विजय इंदर सिंगला के नाम शामिल हैं।
गुरकीरत कोटली, राजा वरिंग, संगत सिंह गिलजियां, काका रणदीप सिंह, परगट सिंह, कुलजीत सिंह नागरा आदि के नामों को अंतिम रूप दिया गया है। वहीं, कैप्टन अमरिंदर सिंह कैबिनट में शामिल बलबीर सिंधु, राणा गुरमीत सोढ़ी, गुरप्रीत सिंह कांगड़, साधु सिंह धर्मसोत और सुंदर शाम अरोड़ा को चन्नी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
सुखबीर बादल ने चन्नी को ''सुपर सीएम'' सिद्धू की ''रबर स्टैम्प'' बनने से बचने की दी सलाह
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को पंजाब की कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की सरकार के फैसलों में ''भूमिका'' होने की ओर इशारा किया और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को सलाह दी कि वह ''सुपर सीएम'' (सिद्धू) की ''रबर स्टैम्प'' बनने से बचें। बादल ने राज्य के नए मुख्यमंत्री से कहा कि अब वह जिस पद पर हैं उसकी गरिमा बनाए रखें।
बादल से संवाददाताओं ने राज्य सरकार के फैसलों में सिद्धू की ''भूमिका'' के बारे में सवाल किया, इस पर शिअद अध्यक्ष ने कहा कि चन्नी को ''एक संविधानेत्तर सुपर सीएम को उन्हें रबर स्टैम्प की तरह उपयोग करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।'' बादल ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस ने यह संदेश देकर पंजाब के अनुसूचित जाति की आबादी का अपमान किया कि चन्नी इस पद के लिए पार्टी की पसंद की सूची में पांचवें स्थान पर थे।