देहरादून। पंजाब कांग्रेस में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच छिड़ी जंग आने वाले दिनों में और भी तेज हो सकती है। कांग्रेस पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने बयान दिया है कि पंजाब में आगमी विधानसभा चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। हरीश रावत के इस बयान से सिद्धू खेमे को बड़ा झटका लग सकता है क्योंकि सिद्धू खेमे के कई कांग्रेस विधायक और कैप्टन सरकार के मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत कर चुके हैं और उनके द्वारा नेतृत्व परिवर्तन तक की बातें कही जा रही हैं।
कैप्टन की पत्नी ने खोला सिद्धू के खिलाफ मोर्चा
उधर पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी और सांसद परनीत कौर ने भी सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। परनीत कौर ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार के साढ़े 4 साल के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस पार्टी में सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन पिछले 2 महीनों में ऐसा क्या हो गया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर लोग सवाल उठाने लगे।उन्होंने कहा कि जो कुछ भी कांग्रेस में हो रहा है उसके लिए कहीं ना कहीं नवजोत सिंह सिद्धू ही जिम्मेदार हैं को सिद्धू अपने सलाहकारों तक को कंट्रोल रख नहीं पा रहे हैं। परनीत कौर ने कहा कि किसी के कह देने से पंजाब में मुख्यमंत्री नहीं बदले जाएंगे, इसपर फैसला सिर्फ कांग्रेस आलाकमान को करना है।
परनीत कौर ने सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष हैं और उन्हें अपने सलाहकार पार्टी के भीतर से ही चुनने चाहिए न कि बाहर से। सिद्धू के सलाहकारों द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का आपत्तिजनक फोटो शेयर करने पर परनीत कौर ने गलत बताया है और कहा है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को यह देखना चाहिए।