नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस में फिलहाल नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के ज्यादातर विधायक कैप्टन अमरिंदर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने से सहमत हैं। वहीं मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की छुट्टी हो सकती है। उनकी जगह नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक यह सुझाव कांग्रेस की उस तीन सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट का हिस्सा है जिसे आज सोनिया गांधी को सौंपा जाएगा। पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान को सुलझाने के लिए कांग्रेस आलाकमान द्वारा तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी।
सूत्रों के मुताबिक इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में काफी सारे सुझाव कांग्रेस अध्यक्षा को दिए हैं। सूत्रों की अगर मानें तो राज्य में जल्द एक नए पीसीसी की नियुक्ति हो सकती है। नई पीसीसी गठन का सुझाव भी कमेटी ने दिया है। ज्यादातर विधायकों ने अपने फीडबैक में यह माना कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में ही अगला चुनाव पार्टी को लड़ना चाहिए। सूत्रों के मुताबिक कमिटी दलित रिप्रेजेंटेशन बढ़ाने की बात कई विधायको ने कमिटी के सामने रखी थी।
पांच कांग्रेसी सांसदों ने भी अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व पर भरोसा जताया
पंजाब कांग्रेस के पांच सांसदों ने मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए कहा कि जनता चाहती है कि वह मुख्यमंत्री के तौर पर काम करते रहें। चंडीगढ़ में जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने 2022 के चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिये सांसदों से मुलाकात की। हाल ही में कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी की प्रदेश इकाई में मतभेदों को दूर करने के लिये तीन सदस्यीय समिति बनाई थी और दिल्ली में विधायकों के साथ बैठकें की थीं। मुख्यमंत्री के नेतृत्व पर भरोसा जताने वाले सांसदों में प्रणीत कौर, जसबीर सिंह गिल, संतोख सिंह चौधरी, डॉक्टर अमर सिंह और मोहम्मद सादिक शामिल हैं। विज्ञप्ति के अनुसार इन सांसदों ने कहा कि पंजाब की जनता केवल अमरिन्दर सिंह को मुख्यमंत्री देखना चाहती है। सांसदों ने कहा कि कांग्रेस आसानी से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर राज्य की जनता के विकास के पार्टी के एजेंडे को आगे ले जाएगी।
इनपुट-भाषा