चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस में एक बार फिर बगावत की ख़बर है। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ सिद्धू कैंप फिर एक्शन में है। सूत्रों के मुताबिक सिद्धू समर्थक विधायकों और मंत्रियों ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी है जिस पर 40 विधायकों के दस्तखत का दावा किया जा रहा है। इस चिट्ठी में जल्द से जल्द विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग की गई है। सिद्धू कैंप के विधायकों का आरोप है कि उनके करीबी अफसरों के तबादले कर दिए गए हैं, उनके काम भी नहीं किए जा रहे हैं ऐसे में जल्द से जल्द विधायक दल की बैठक बुलाई जाए जिसमें हाईकमान की तरफ से 2 केंद्रीय पर्यवेक्षक भी भेजे जाएं।
कैबिनेट मंत्री तृप्त राजेंद्र सिंह बाजवा ने सोनिया गांधी को 40 विधायकों के द्वारा साइन किया गया पत्र भेजा। सूत्रों के अनुसार जिसके लिए पहले सिद्धू खेमे के असंतुष्ट विधायकों ने प्रदेश कांग्रेस महासचिव परगट सिंह के घर पर मंथन किया और इसके बाद कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के घर पर फिर शाम को इकट्ठे हुए और चिट्ठी पर हस्ताक्षर किए। पत्र में सिद्धू गुट के करीब 40 विधायकों ने बकायदा दस्तखत करके मांग की है कि जल्द से जल्द कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई जाए और केंद्रीय आलाकमान की ओर से इस बैठक में दो केंद्रीय पर्यवेक्षक भी भेजे जाएं।
इन असंतुष्ट विधायकों ने कैप्टन के खिलाफ इस चिट्ठी में खुलकर अपनी भड़ास निकाली है और आलाकमान को बताया है कि कैप्टन के विरोधी विधायकों के नजदीकी अफसरों को बदल दिया गया है और विधायकों के काम नहीं किए जा रहे। विधायकों को साइडलाइन करने की कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके खेमे और सरकारी अफसरों की कोशिश है इससे सिद्धू खेमा काफी बौखलाया हुआ है।