नई दिल्ली: कोरोना संकट से जूझ रहे पंजाब में इस समय एक राजनीतिक संकट भी खड़ा हो गया है। पंजाब कांग्रेस में दोफाड़ की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में अब केंद्रीय आलाकमान ने स्थिति को संभालने के लिए दखल दिया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज दिल्ली पहुंच गए हैं। कल वह कांग्रेस आलाकमान द्वारा बनाई गई 3 सदस्य कमेटी के सामने पेश होंगे। बता दें कि सोमवार से कांग्रेस की यह तीन सदस्य कमेटी कांग्रेस के पंजाब के विधायकों, सांसदों, वरिष्ठ नेता फ्रंटल आर्गेनाइजेशन चीफ और पिछले चुनावों में हारने वाले कांग्रेस के उम्मीदवारों इन तमाम लोगों से मुलाकात कर रही है। ज्यादातर विधायक हालांकि कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ खड़े नजर आ रहे हैं लेकिन फिर भी बहुत सारे ऐसे विधायक हैं जो कैप्टन के स्टाइल ऑफ फंक्शनिंग से नाराज हैं। उनका कहना है कि कैप्टन से मुलाकात मुश्किल है।
इसके अलावा चुनाव से चंद महीने पहले कांग्रेस के विधायकों को यह डर भी सता रहा है कि गुरु ग्रंथ साहब के साथ बेअदबी के मामले पर कांग्रेस पार्टी ने बहुत ज्यादा कुछ नहीं किया है हालांकि मामला हाईकोर्ट में है लेकिन उसके बावजूद आरोप यह है कि पंजाब सरकार ने मामला बहुत मजबूती के साथ कोर्ट में पेश नहीं किया जिसके चलते दोषियों को कोई सजा नहीं मिल पाई। सिद्धू भी इसी मसले पर कैप्टन अमरिंदर पर आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने तो राज्य के मुख्यमंत्री पर बादलों के साथ सांठगांठ का आरोप तक लगा दिया।
कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली पहुंचे हैं और कल कमेटी के सामने पेश होंगे। कैप्टन के करीबी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि चुनाव से चंद महीने पहले हो रही इस कवायद की कोई जरूरत नहीं थी और राज्य में कैप्टन के अलावा कोई भी कांग्रेस पार्टी को चुनाव नहीं जीता सकता है। कैप्टन करीबी लोगों का मानना है कि कैप्टन के कद का कोई दूसरा नेता राज्य में नहीं है और बिना कैप्टन के अगला विधानसभा चुनाव पार्टी के लिए जीतना बेहद मुश्किल है।
खींचतान कैप्टन और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच साफ दिख रही है एक बड़ा धड़ा कैप्टन के साथ जरूर खड़ा है लेकिन सिद्धू को भी प्रियंका गांधी और राहुल गांधी का समर्थन है। शंकर गांधीजी सिद्धू को कांग्रेस पार्टी में लेकर आई और अब सिद्धू पिछले कुछ दिनों से जमकर कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना बोल रहे हैं। ट्विटर के जरिए उन्होंने सरकार से कई सवाल भी पूछे साथी गुरु ग्रंथ साहब के साथ बेअदबी वाले मामले पर सरकार को घेरा