नई दिल्ली: कांग्रेस की पंजाब इकाई में चल रही कलह को दूर करने के मकसद से पार्टी आलाकमान जल्द ही मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के लिए सम्मानजनक स्थिति वाला फॉर्म्यूला निकाल सकता है। पार्टी सूत्रों ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी। वहीं, कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने एक बार फिर दोहराया कि इस मामले का 8-10 जुलाई तक समाधान निकल सकता है। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने कांग्रेस नेतृत्व के समक्ष अपनी बातें रखी हैं और इससे मुद्दे के समाधान में मदद मिलेगी।
सिद्धू ने प्रियंका के साथ की थी लंबी बैठक
बता दें कि सिद्धू ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के साथ लंबी बैठक की थी। माना जा रहा है कि इन बैठकों में कांग्रेस आलाकमान की ओर से सिद्धू को पार्टी या संगठन में सम्मानजनक स्थान की पेशकश के साथ मनाने का प्रयास किया गया। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ सिद्धू के सख्त रुख को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान दोनों नेताओं के लिहाज से संतोषजनक समाधान निकालने का प्रयास कर रहा है और इसका फॉर्म्यूला जल्द सामने आ सकता है।
अमरिंदर ने की कांग्रेस नेताओं संग मीटिंग
इस बीच, सीएम अमरिंदर सिंह ने पंजाब के शहरी इलाकों के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में शामिल हुए ज्यादातर नेताओं का ताल्लुक हिंदू समुदाय से है। राज्य में बहुसंख्यक आबादी सिख है। अमरिंदर सिंह की इस बैठक को भी शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है। वहीं, सिद्धू लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वह मुख्यमंत्री के साथ काम नहीं कर सकते। हाल के कुछ हफ्तों से सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। सिद्धू का कहना है कि गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कारगर कदम भी नहीं उठाए गए।