चंडीगढ़: पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर की जंग लगातार जारी है। आज कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने घर पर सियासी लंच के बहाने शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्रियों के साथ कांग्रेस के तमाम बड़े नेता और विधायक मौजूद हैं। लंच डिप्लोमेसी के तहत कैप्टन अमरिंदर सिंह ये आकलन करने की कोशिश कर रहे हैं कि अगर सिद्धू को कोई बड़ी जिम्मेदारी कांग्रेस आलाकमान देता है तो उनके हक में कौन-कौन नेता खड़े हो सकते हैं। खबर है कल प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात के बाद सिद्धू को पंजाब में अहम पद दिया जा सकता है। कांग्रेस की ओर से 1 से 2 दिन में इसका ऐलान भी किया जा सकता है। इस ख़बर के बाद कैप्टन ने भी मोर्चा बंदी शुरू कर दी है।
आपको बता दें कि कैप्टन के घर कई मंत्री और विधायक लंच पर पहुंचे हैं। वरिष्ठ नेता अश्वनी सेकरी जो कुछ दिन पहले अकाली दल में शामिल होने वाले थे जिन्हें कैप्टन ने फोन कर कर मनाया था वह भी पहुंच गए हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लाल सिंह इन्हें सुनील जाखड़ की जगह प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है यह भी पहुंचे हैं। पंजाब के मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा और राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी अमरिंदर के घर पहुंचे। उनके अलावा फतेहजंग बाजवा ने भी हाजिरी लगाई।
उधर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह विधायकों के मन की बात जानने की कोशिश कर रहे हैं तो इधर दिल्ली में नवजोत सिंह सिद्धू आलाकमान से मिलकर अपना 'गणित' सुधारने में लगे हैं। उन्होंने बुधवार को दिन में पहले प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की और फिर शाम को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। सिद्धू मंगलवार को ही दिल्ली आ गए थे लेकिन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से उनकी मुलाकात बुधवार को हुई।
राहुल गांधी के आवास पर नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी मुलाकात के दौरान प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। प्रियंका से मुलाकात के बाद सिद्धू ने शाम के समय राहुल गांधी के 12 तुगलक लेन आवास पहुंचकर मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान संगठन या सरकार में सिद्धू को कोई अहम जिम्मेदारी देकर मनाने की कोशिश में है, लेकिन सिद्धू लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि मुख्यमंत्री उनके साथ काम नहीं कर सकते।
दिन में प्रियंका के साथ मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए सिद्धू ने ट्वीट किया था, ‘प्रियंका गांधी जी के साथ लंबी मुलाकात हुई।’ इससे पहले खबरें आई थीं कि सिद्धू कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं, जबकि राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा था कि सिद्धू के साथ उनकी कोई मुलाकात तय नहीं है। हालांकि बुधवार को आखिरकार सिद्धू और राहुल की मुलाकात हो गई। अब पंजाब में जारी कलह को रोकने में यह मुलाकात क्या भूमिका निभाती है, यह देखने वाली बात होगी।