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पंजाब बीजेपी के नेताओं ने अकाली दल के NDA छोड़ने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया

NDA के साथ संबंध तोड़ने के अकाली दल के फैसले को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताते हुए पंजाब के वरिष्ठ बीजेपी नेता मनोरंजन कालिया और मास्टर मोहन लाल ने रविवार को कहा कि पार्टी 2022 के पंजाब चुनावों में अकेले चुनाव लड़ने और जीतने में सक्षम है।

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: September 27, 2020 18:32 IST
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Image Source : PTI FILE अकाली दल ने शनिवार रात को कृषि विधेयकों के मुद्दे पर एनडीए छोड़ने का ऐलान किया था।

चंडीगढ़: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ संबंध तोड़ने के शिरोमणि अकाली दल के फैसले को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताते हुए पंजाब के वरिष्ठ बीजेपी नेता मनोरंजन कालिया और मास्टर मोहन लाल ने रविवार को कहा कि पार्टी 2022 के पंजाब चुनावों में अकेले चुनाव लड़ने और जीतने में सक्षम है। अकाली दल ने शनिवार रात को कृषि विधेयकों के मुद्दे पर एनडीए छोड़ने का ऐलान किया था। विपक्षी दलों के विरोध के बीच संसद में पारित किए गए 3 कृषि विधेयकों के खिलाफ पंजाब में किसानों के बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने यह घोषणा की।

‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने संबंध तोड़ दिया’

SAD के NDA से नाता तोड़ने के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोरंजन कालिया ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने लंबे समय से चले आ रहे संबंध को तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि अकाली दल में पीढ़ीगत बदलाव हुआ है क्योंकि सुखदेव सिंह ढींडसा, रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा और सेवा सिंह सेखवान जैसे कई वरिष्ठ नेताओं ने शिरोमणि अकाली दल छोड़ दिया है, जो कभी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल के करीबी थे और उनके साथ काम करते थे। कालिया ने कहा, ‘अब, दूसरी पीढ़ी ने कार्यभार संभाल लिया है और कुछ नेता अधिक प्रतिक्रियाशील हैं।’

‘प्रकाश सिंह बादल का यू-टर्न लेना दुर्भाग्यपूर्ण’
कालिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को साथ लेकर चलने की कोशिश की और उन्होंने इसका एक उदाहरण दिया कि 2007 में उपमुख्यमंत्री का पद गठबंधन सहयोगी अकाली दल को दिया गया था जब पंजाब में बीजेपी के अच्छे प्रदर्शन के कारण सरकार बनी थी। कालिया ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी इसके पक्ष में बयान दिया, लेकिन बाद में उन्होंने यू-टर्न ले लिया जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। कालिया ने कृषि विधेयकों का बचाव करते हुए कहा कि ये किसानों के हित में हैं। साल 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर, कालिया ने कहा कि पार्टी अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार है।

‘हम चुनाव लड़ेंगे और जरूर सरकार बनाएंगे’
कालिया ने कहा, ‘हम तैयार हैं। हम (चुनाव) लड़ेंगे और हम निश्चित रूप से सरकार बनाएंगे।’ भारतीय जनता पार्टी के एक अन्य नेता मास्टर मोहन लाल ने अकालियों के एनडीए से बाहर निकलने के कदम को 'जल्दबाजी में लिया गया निर्णय' बताया। लाल ने कहा कि अकालियों को भाजपा के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा, ‘मुझे समझ नहीं आता कि अकालियों की मजबूरियां क्या थीं और उन्होंने यह फैसला क्यों लिया।’ पूर्व मंत्री ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल और भाजपा ने पंजाब में विकास, शांति और सद्भाव के लिए गठबंधन किया था। (भाषा)

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