देश की अर्थव्यवस्था के बड़े बदलावों में से एक नोटबंदी को अमल में आए तीन साल हो गए हैं। सत्ता पक्ष जहां इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी उपलब्धि मान रहा है, वहीं विपक्ष इसे एतिहासिक भूल मान रहा है। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज नोटबंदी के फैसले का मजाक उड़ते हुए इसे एक तुगलकी कदम बताया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि इससे देश को जो नुकसान पहुंचा है, उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।
प्रियंका गांधी ने आज द्वीट कर नोटबंदी के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी को तीन साल हो गए। सरकार और इसके नीमहक़ीमों द्वारा किए गए ‘नोटबंदी सारी बीमारियों का शर्तिया इलाज’ के सारे दावे एक-एक करके धराशायी हो गए। नोटबंदी एक आपदा थी जिसने हमारी अर्थव्यवस्था नष्ट कर दी। इस ‘तुग़लकी’ कदम की जिम्मेदारी अब कौन लेगा?
बता दें कि मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी। देश में काले धन पर वार करने के लिए 500 और 1000 के नोटों को प्रचलन से बाहर कर दिया था। हालांकि इसके क्रियान्वयन को लेकर सरकार और आरबीआई को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। जिसके चलते सरकार की काफी आलोचना हुई थी।