नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार फिर केंद्र सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं। प्रियंका ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जन सुरक्षा कानून (PSA) के तहत मामला दर्ज होने को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि किस आधार पर दोनों नेताओं के खिलाफ इस कानून के तहत कार्रवाई की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों पूर्व मुख्यमंत्री रिहाई के हकदार हैं।
प्रियंका ने ट्वीट कर सवाल किया, ‘किस आधार पर उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के खिलाफ पीएसए लगाया गया है? उमर और महबूबा ने भारत के संविधान को कायम रखा, लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का अनुपालन किया और कभी भी हिंसा एवं विभाजन से संबंध नहीं रखा। वे बिना किसी आधार के अनिश्चिकाल के लिए कैद में रखे जाने के नहीं, बल्कि रिहा किए जाने के हकदार हैं।’ बता दें कि प्रियंका गांधी केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार की नीतियों पर पिछले कुछ महीनों से लगातार निशाना साध रही हैं।
इससे पहले उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की 6 महीने की एहतियातन हिरासत पूरी होने से महज कुछ घंटे पहले गुरुवार को उनके खिलाफ जन सुरक्षा कानून या PSA के तहत मामला दर्ज किया गया। इससे पहले दिन में नेशनल कॉन्फ्रेंस के महासचिव और पूर्व मंत्री अली मोहम्मद सागर और पीडीपी के वरिष्ठ नेता सरताज मदनी पर भी PSA लगाया गया। बता दें कि PSA के तहत 2 प्रावधान हैं- लोक व्यवस्था और राज्य की सुरक्षा को खतरा। पहले प्रावधान के तहत किसी व्यक्ति को बिना मुकदमे के 6 महीने तक और दूसरे प्रावधान के तहत किसी व्यक्ति को बिना मुकदमे के 2 साल तक हिरासत में रखा जा सकता है।