नई दिल्ली: कांग्रेस की पूर्व पार्टी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी शुक्रवार को शिवसेना में शामिल हो गई। उनके साथ इस मौके पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी मौजूद थे। इससे पहले उन्होंने अपने ट्विटर प्रोफाइल से प्रवक्ता पद हटा दिया था। प्रियंका चतुर्वेदी कांग्रेस की प्रवक्ता थी लेकिन अब उन्होंने ट्विटर हैंडलर से प्रवक्ता पद हटा दिया है। प्रियंका चतुर्वेदी मथुरा में अपने साथ हुए दुर्व्यहार से नाराज थी। उनकी नाराजगी कुछ दिन पहले उनके ट्विटर पर देखने को मिली थी। उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है।
प्रियंका चतुर्वेदी के इस्तीफे के बाद सवाल उठ रहा है कि अब वह किस दल में शामिल होने जा रही हैं। हालांकि इस्तीफे के बाद प्रियंका चतुर्वेदी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए उनके निवास मातोश्री पहुंची हैं और ऐसी संभावना है कि वह शिवसेना में शामिल होने जा रही हैं।
कांग्रेस की पार्टी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने आरोप लगाया था कि पार्टी में उन गुंडों को तवज्जो दी जा रही है, जो महिलाओं के साथ बदसलूकी करते हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि जो लोग मेहनत कर अपनी जगह बना रहे हैं, उनके बदले ऐसे लोगों को तवज्जो मिल रही है। पार्टी के लिए मैंने गालियां और पत्थर खाए हैं, लेकिन उसके बावजूद पार्टी में रहने वाले नेताओं ने ही मुझे धमकियां दीं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा है कि जो लोग धमकियां दे रहे थे, वह बच गए हैं। इनका बिना किसी कड़ी कार्रवाई के बच जाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण हैं। बता दें कि प्रियंका चतुर्वेदी ने एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए इस संदेश को लिखा, इसके साथ एक चिट्ठी भी जुड़ी हुई है।
जारी चिट्ठी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मथुरा में जब प्रियंका चतुर्वेदी पार्टी की तरफ से राफेल विमान सौदे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आई थीं, तब स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी की। इसके बाद सभी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई थी।
बाद में प्रियंका चतुर्वेदी को साथ बदसलूकी की घटना पर खेद जताते हुए सभी कार्यकर्ताओं को उनके पदों पर बहाल कर दिया गया। चिट्ठी के अनुसार, ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश के बाद इन कार्यकर्ताओं को बहाल किया गया है। प्रियंका चतुर्वेदी के इस ट्वीट के बाद सवाल उठ रहे थे कि क्या वे पार्टी छोड़ने वाली हैं? आज यह साफ हो गया है कि उन्होंने पार्टी को छोड़ दिया है।