वडनगर: प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार अपनी जन्मस्थली आए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वडनगर के लोगों से मिले प्रेम ने उनमें अधिक उत्साह के साथ देश सेवा की नई ऊर्जा भर दी है। मोदी अपनी दो दिन की गुजरात यात्रा के अंतिम दिन आज अपनी जन्मस्थली मेहसाणा जिले के वडनगर पहुंचे और रोड शो किया। इस दौरान बड़ी संख्या में रास्ते में जमा लोगों ने उनका स्वागत किया।
पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया था, सड़क के किनारे दोनों ओर लोग खड़े थे और जगह-जगह लोग मोदी-मोदी के नारे लगाने के साथ ही उनपर फूलों की वर्षा कर रहे थे।
रोड शो के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, मैं वडनगर के लोगों से आज मिले प्रेम से भाव-विवल हूं। इसने मुझे और उत्साह के साथ देश सेवा करने की नऊ ऊर्जा दी है। उन्होंने कहा, वडनगर से नई ऊर्जा लेकर मैं दिल्ली जाऊंगा.. देश के लिए अब पहले से भी ज्यादा मेहनत करुंगा।
अपनी जन्मस्थली के लोगों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ने का प्रयास करते हुए उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री से देश के प्रधानमंत्री तक के अपने सफर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भगवान शिव के आशीर्वाद से वह 2001 से ही देश की सेवा कर रहे हैं, जबकि इन वर्षों में कुछ लोगों ने उनपर खूब विष वमन किया है।
मोदी ने कहा, भोले बाबा के आशीर्वाद ने मुझे जहर पीने और उसे पचाने की शक्ति दी। इसी क्षमता के कारण मैं 2001 से अपने खिलाफ विष वमन करने वाले सभी लोगों से निपट सका। इस क्षमता ने मुझे इन वर्षों में समर्पण के साथ मातृभूमि की सेवा करने की शक्ति दी।
उन्होंने कहा, मैंने अपनी यात्रा वडनगर से शुरू की और अब काशी पहुंच गया हूं। वडनगर की भांति काशी भी भोले बाबा की नगरी है। भोले बाबा के आशीर्वाद ने मुझे बहुत शक्ति दी है और यही ताकत इस धरती की ओर से मेरा सबसे बड़ा उपहार है।
बता दें कि मोदी ने अपने गृहनगर वडनगर में एक मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया और अपने स्कूल का दौरा भी किया। साल 2014 में प्रधानंमत्री बनने के बाद मोदी पहली बार वडनवगर पहुंचे।