हैदराबाद: मुसलमान और ईसाई अल्पसंख्यकों के आरक्षण का विरोध करने वाले व्यक्ति को क्या राष्ट्रपति पद पर आसीन होना चाहिए। राजग की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार राम नाथ कोविंद का हवाला देते हुए तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष एन. उत्तम कुमार रेड्डी ने आज यह सवाल किया।
कांग्रेस नेता कोविंद की सात वर्ष पुरानी टिप्पणी का हवाला दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कथित रूप से कहा है कि इस्लाम और ईसाइयत भारतीय नहीं हैं। बयान का हवाला देते हुए रेड्डी ने सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति से अनुरोध किया कि वह राष्ट्रपति पद के लिए कोविंद का समर्थन करने के अपने फैसले पर फिर विचार करे।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, यह दस्तावेजों में दर्ज है कि आरएसएस कार्यकर्ता राम नाथ कोविंद ने कहा था कि इस्लाम और ईसाइयत भारतीय नहीं हैं। उन्होंने 26 मार्च, 2010 को संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही थी। दिल्ली के अखबारों में यह सुर्खियों में रहा था।
रेड्डी ने दावा किया कि कोविंद ने अल्पसंख्यक मुसलमानों के लिए आरक्षण का विरोध किया था और रंगनाथ मिश्रा आयोग की रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया था, जिसमें मुसलमानों और ईसाइयों और अन्य अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण का प्रस्ताव है।