पटना: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बिहार में भी बैठकों का दौर शुरू हो गया है। सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इस चुनाव को लेकर अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने पर अपनी खुशी व्यक्त कर समर्थन देने के संकेत दे दिए हैं। इस बीच जद (यू) ने 21 जून को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक बुलाई है। जद (यू) के वरिष्ठ नेता संजय गांधी ने मंगलवार को बताया कि पार्टी के अध्यक्ष नीतीश कुमार बुधवार को पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे। पार्टी सूत्रों की मानें तो जद (यू) रामनाथ कोविंद को समर्थन कर सकता है। ये भी पढ़ें: कैसे होता है भारत में राष्ट्रपति चुनाव, किसका है पलड़ा भारी, पढ़िए...
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को सोमवार को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए जाने के बाद उनसे मुलाकात कर अपनी मंशा जाहिर कर दी थी। जद (यू) के एक नेता के अनुसार, नीतीश कुमार ने मंगलवार को जद (यू) के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ मुलाकात की और इस मामले पर उनकी राय जानी।
इधर, राजद और कांग्रेस के नेता कोविंद को समर्थन दिए जाने को लेकर अब तक खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी और राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी दलों की 22 जून को बैठक होने वाली है। उसमें ही समुचित निर्णय लिया जाएगा।
इस बीच भाजपा के प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर मंगलवार को बैठक आयोजित की गई, जिसमें भाजपा और उसके सभी सहयोगी दलों के नेताओं ने भाग लिया। बैठक में राजग के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के पक्ष में समर्थन जुटाए जाने की चर्चा की गई।
गौरतलब है कि राजग में शामिल हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान, कोविंद को उम्मीदवार बनाए जाने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं।
भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को राजग की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर बिहार के राज्यपाल कोविंद के नाम की घोषणा की। राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को होना है। नतीजा 20 जुलाई को घोषित होगा। वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
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