नई दिल्ली: भारत के 14वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए संसद भवन और सभी राज्यों की विधानसभाओं में शाम 5.0 बजे मतदान संपन्न हो गया। मुक़ाबला NDA के रामनाथ कोविंद और UPA की मीरा कुमार के बीच है। दिल्ली में संसद भवन से लेकर देश की 31 विधानसभाओं में वोट डाले गए। आज राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग शुरू होते ही सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोट डाला। पीएम मोदी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और लालकृष्ण आडवाणी ने भी अपना वोट डाला। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी दिल्ली में संसद भवन में वोट डाला।
संसद भवन के कमरा नंबर 62 में वोटिंग हुई। वोटों की गिनती 20 जुलाई को होगी और उसी दिन नतीजे सामने आ जाएंगे।
किसका पलड़ा भारी?
आंकड़ों में एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का पलड़ा भारी दिख रहा है। उनके पक्ष में 60 फीसदी से ज्यादा वोट पड़ने की उम्मीद है इसलिए पीएम मोदी और अमित शाह ने कोविंद को पहले ही बधाई तक दे डाली है। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार मीरा कुमार की हार तय दिख रही है इसलिए सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति चुनाव को वैचारिक लड़ाई बता दिया है।
कोविंद के पास कितने वोट ?
- बीजेपी- 4,42,117
- टीडीपी- 31,116
- शिवसेना- 25,893
- एनडीए के अन्य दल- 38,557
- एनडीए का कुल वोट- 5,37,683
मीरा कुमार के पास कितने वोट ?
- कांग्रेस- 1,61,478
- टीएमसी- 63,847
- सीपीएम- 27,069
- यूपीए के अन्य दल- 1,18,410
- यूपीए का कुल वोट- 3,70,804
कौन हैं रामनाथ कोविंद ?
कानपुर के गांव परौंख में 1 अक्टूबर 1945 को रामनाथ कोविंद का जन्म हुआ। स्कूल-कॉलेज की पढ़ाई के बाद उन्होंने कानपुर से लॉ की डिग्री ली। सिविल सेवा परीक्षा पास की, एलायड में चयन पर नौकरी छोड़ी। दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत से करियर की शुरुआत की। 1977-1979 तक दिल्ली हाईकोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे। 1991 में बीजेपी में शामिल हुए, 1994 में राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए।
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2000 में यूपी से फिर राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए और लगातार 12 साल तक राज्यसभा सदस्य रहे। कोविंद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रह चुके हैं। बीजेपी दलित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कोली समाज के अध्यक्ष रहे हैं। अगस्त 2015 में बिहार के राज्यपाल पद पर उनकी नियुक्ति हुई।
कौन हैं मीरा कुमार ?
मीरा कुमार पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की बेटी हैं। वह लोकसभाध्यक्ष के पद पर आसीन होने वाली पहली दलित महिला हैं। वह कांग्रेस महासचिव और कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य भी रह चुकी हैं। वर्ष 1945 में पटना में जन्मीं और दिल्ली के इंद्रप्रस्थ कॉलेज व मिरांडा हाउस से शिक्षा ग्रहण करने वाली मीरा कुमार, कानून में स्नातक और अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर हैं।
वर्ष 1973 में वह भारतीय विदेश सेवा (IFS) के लिए चुनी गईं। इसके बाद स्पेन, ब्रिटेन और मॉरीशस में उच्चायुक्त रहीं लेकिन अफसरशाही उन्हें रास नहीं आई और उन्होंने राजनीति में कदम बढ़ाने का फैसला किया। 1985 में पहली बार बिजनौर से लोकसभा चुनाव जीतीं। मायावती, रामविलास पासवान को हराकर लोकसभा पहुंचीं। 1989 में बिहार की सासाराम सीट से लड़ी, लेकिन हार मिली। 1996, 1998 में करोलबाग सीट से लोकसभा चुनाव जीतीं। 2004, 2009 में दोबारा सासाराम सीट से चुनाव जीतीं।
यूपीए-1 में सामाजिक न्याय, अधिकारिता मंत्री बनीं और 2009 में देश की पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष बनीं। मीरा कुमार को कांग्रेस का दलित चेहरा माना जाता है। वह कानून और संविधान की जानकार के तौर पर मशहूर हैं।
भारत में कैसे होता है राष्ट्रपति चुनाव?
कौन करता है वोट: सभी राज्यों की विधानसभाओं के चुने गए सदस्य और लोकसभा तथा राज्यसभा में चुनकर आए सांसद अपने वोट के माध्यम से राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। उल्लेखनीय है कि संवैधानिक ताकत का प्रयोग कर जिन सांसदों को राष्ट्रपति नामित करते हैं वे सांसद राष्ट्रपति चुनाव में वोट नहीं डाल सकते हैं।
वहीं राष्ट्रपति चुनाव में भारत के 9 राज्यों के विधान परिषद के सदस्य भी मत का प्रयोग नहीं कर सकते हैं। इससे यह स्पष्ट है कि राष्ट्रपति का चयन जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि ही करते हैं। इसलिए राष्ट्रपति परोक्ष रूप से जनता द्वारा ही चयनित होता है। राष्ट्रपति चुनाव ईवीएम से नहीं, बैलेट पेपर से होता है।
राष्ट्रपति चुनाव का वोटिंग गणित-
कुल मत करीब 11 लाख
वर्तमान में कुल सांसद 784
एक सांसद के मत का मूल्य- 708
वर्तमान में कुल विधायक- 4114
वीडियो में देखिए कैसे चुना जाता है राष्ट्रपति-