नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए शुक्रवार को कहा कि ऐसे कदम उठाए जाने चाहिए ताकि विश्व समुदाय इसका संज्ञान ले सके। कोविंद ने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए अपने अभिभाषण में पाकिस्तान के ननकाना साहिब में हाल में अल्पसंख्यक सिखों के साथ हुए घटनाक्रम की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा, ‘हम सभी इस बात के साक्षी रहे हैं कि समय के साथ पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और बढ़ा है। हाल ही में ननकाना साहिब में जो हुआ, उसे हम सभी ने देखा है।’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम सभी का यह भी दायित्व है कि पाकिस्तान में हो रहे अत्याचार से पूरा विश्व परिचित हो। मैं पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए, विश्व समुदाय से इसका संज्ञान लेने और इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने का भी आग्रह करता हूं।’ राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में सिखों के प्रथम गुरू नानक देव के, पाकिस्तान स्थित जन्मस्थान ननकाना साहिब जाने के लिए भारतीय श्रद्धालुओं हेतु बनाये गये करतारपुर गलियारे का भी उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, ‘देशवासियों की बरसों से यह अपेक्षा थी कि वे सुगमता के साथ करतारपुर साहिब के दर्शन कर पाएं। सरकार ने रिकॉर्ड समय में करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण करके, गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर इसे राष्ट्र को समर्पित किया।’ राष्ट्रपति ने कहा कि गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को देश और दुनिया में पूरे मान-सम्मान के साथ मनाने का अवसर मिलना सरकार के लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा, ‘सरकार द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व भी पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ मनाया जाएगा।’’
राष्ट्रपति ने हज यात्रा का कोटा बढ़ाये जाने का उल्लेख करते हुए कहा, ‘सरकार के विशेष आग्रह पर सऊदी अरब ने हज कोटा में अभूतपूर्व वृद्धि की थी जिसकी वजह से इस बार रिकॉर्ड दो लाख भारतीय मुस्लिमों ने हज में इबादत की। भारत पहला ऐसा देश है जिसमें हज की पूरी प्रक्रिया डिजिटल और ऑनलाइन की जा चुकी है। सरकार देशभर में वक्फ संपत्तियों का शत प्रतिशत डिजिटाइजेशन भी करा रही है जिससे इन संपत्तियों का उपयोग मुस्लिम समुदाय के भले के लिए किया जा सके।’ (भाषा)