नई दिल्ली: सेना एवं सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण का काम तेजी से आगे बढ़ने की ओर ध्यान दिलाते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को कहा कि भारत को पहला राफेल लड़ाकू विमान और ‘अपाचे’ हेलीकॉप्टर निकट भविष्य में मिलने जा रहे हैं। संसद के ऐतिहासिक कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा कि सरकार द्वारा ‘मेक इन इंडिया’ के तहत आधुनिक अस्त्र-शस्त्र बनाने पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को पहला राफेल लड़ाकू विमान और ‘अपाचे’ हेलीकॉप्टर निकट भविष्य में मिलने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आधुनिक राइफल से लेकर तोप, टैंक और लड़ाकू जहाज तक भारत में बनाने की नीति को सफलता के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में बन रहे रक्षा गलियारा इस मिशन को और मजबूती प्रदान करेंगे। अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करते हुए रक्षा उपकरणों के निर्यात को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि सैनिकों और शहीदों का सम्मान करने से सैनिकों में आत्म-गौरव और उत्साह बढ़ता है तथा हमारी सैन्य क्षमता मजबूत होती है, इसीलिए सैनिकों और उनके परिवार-जनों का ध्यान रखने की हर संभव कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि ‘वन रैंक वन पेंशन’के माध्यम से पूर्व सैनिकों की पेंशन में बढ़ोतरी करके तथा उनकी स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करके, उनके जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा, ‘आजादी के सात दशक के बाद, मेरी सरकार द्वारा दिल्ली में इंडिया गेट के समीप बनाया गया ‘नेशनल वॉर मेमोरियल’ शहीदों के प्रति कृतज्ञ राष्ट्र की विनम्र श्रद्धांजलि है। इसी तरह देश की सुरक्षा में शहीद होने वाले हमारे पुलिस बल के जवानों की स्मृति में,मेरी सरकार ने ‘नेशनल पुलिस मेमोरियल’ का निर्माण किया है।’ (भाषा)