नई दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आज संसद के सेंट्रल हॉल में विदाई दी गई। इस मौके पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने राष्ट्रपति को एक स्मृति चिन्ह और सभी सांसदों के दस्तखत की हुई डायरी दी। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने भी विदाई भाषण दिया। इस मौके पर प्रणब मुखर्जी भावुक हो गये उन्होंने कहा कि उन्हें संसद का साथ छूटने का दुख हो रहा है। मुखर्जी ने कहा कि वो अब भारत की संसद का हिस्सा नहीं रहेंगे लेकिन यादों का इंद्रधुनष हमेशा उनकी यादों में रहेगा।
अपने विदाई भाषण में प्रणब मुखर्जी ने जमकर PM मोदी की तारीफ की
प्रणब मुखर्जी ने अपने विदाई भाषण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर तारीफ की। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वो पीएम मोदी के जोश और उर्जा के मुरीद हो गये हैं और उनकी यादों को अपने साथ लेकर जा रहे हैं। अपने भाषण में उन्होंने कहा, ‘मुझे हर कदम पर देश में मूलभूत बदलाव के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जोश और ऊर्जा से भरी सलाह और सहयोग का फायदा मिला।'
उन्होंने कहा, 'मैं अपने साथ उन मुरीद हो चुकी यादों को ले जा रहा हूं जो हमारे बीच संबध और उनके विनम्र व्यवहार से जुड़ी हैं। मेरे जेहन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जुड़ाव की खूबसूरत यादें रहेंगी और उनका मेरे प्रति स्नेही एवं विनम्र व्यवहार मुझे हमेशा याद रहेगा।’
जानें, अपने विदाई भाषण में क्या कहा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने...
- संसद में 37 साल का सफर 13वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने के बाद खत्म हुआ था, फिर भी जुड़ाव वैसा ही रहा: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
- जब संसद में किसी व्यवधान की वजह से कार्रवाई नहीं हो पाती तो लगता है कि देश के लोगों के साथ गलत हो रहा है: प्रेजिडेंट प्रणब मुखर्जी
- मैंने बहुत से बदलाव देखे, हाल ही में GST का लागू होना भी गरीबों को राहत देने की दिशा में बड़े कदम का उदाहरण है: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
- संसद में मेरा करियर इंदिरा गांधी से प्रभावित रहा। संसद में पक्ष और विपक्ष में बैठते हुए मैंने समझा कि सवाल पूछना और उनसे जुड़ना कितना ज़रूरी है: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
- मुझे लोकतंत्र के इस मंदिर ने, इस संसद ने तैयार किया है। 22 जुलाई 1969 को अटेंड किया था पहला राज्यसभा सत्र: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
रिटायरमेंट के बाद क्या करेंगे प्रणब दा?
- रिटायरमेंट के बाद प्रणब मुखर्जी 10 राजाजी मार्ग स्थित आवास में रहेंगे
- 5 लोगों का स्टाफ रहेगा, जिसका खर्च उठाने के लिए 60 हजार रुपए सालाना मिलेंगे
- दो टेलीफोन मिलेंगे, जिनमें से एक इंटरनेट और ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के लिए होगा
- एक मोबाइल फोन मिलेगा, जिसमें ऑल इंडिया रोमिंग फ्री सुविधा रहेगी
- रिटायरमेंट के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आजीवन मेडिकल ट्रीटमेंट फ्री मिलेगा
- ऑटोबायोग्राफी की तीसरी बुक पूरी कर सकते हैं, पढ़ाने का काम भी कर सकते हैं प्रणब मुखर्जी