नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने बुधवार को कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर न्यास द्वारा खरीदी गई भूमि की प्रक्रिया में कथित भ्रष्टाचार के मामले को अदालत में लेकर जाने की तैयारी कर रहे हैं। सिंह ने कहा, ‘मैंने इस भ्रष्टाचार का खुलासा करने के बाद केंद्र और बीजेपी का 3 दिन तक इंतजार किया कि वह कार्रवाई करेंगे। मुझे समझ में आ गया है कि बीजेपी प्रॉपर्टी डीलरों में विश्वास रखती है न कि भगवान राम में। मैं इस मामले को अदालत में लेकर जाने की तैयारी कर रहा हूं।’
सिंह ने आरोप लगाया कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या के बाग बैसी गांव में 1.208 हेक्टेयर भूमि 18.5 करोड़ रुपये में खरीदी जबकि उसकी कीमत 2 करोड़ रुपये है। सिंह ने कहा कि इसमें राय का साथ न्यास के सदस्य अनिल मिश्रा ने दिया। सांसद ने दावा किया कि उक्त भूमि को उन लोगों से खरीदा गया था जिन्होंने उसे कुछ मिनट पहले 2 करोड़ रुपये में खरीदा था। सिंह ने इस मामले में CBI और ईडी से जांच करवाने की भी मांग की। राय ने इन आरोपों का पूरी तरह खंडन किया है।
सूत्रों के अनुसार, राम मंदिर न्यास ने भूमि खरीद विवाद पर रविवार रात को अपना स्पष्टीकरण केंद्र सरकार को भेजा और कहा कि न्यास ने जमीन के लिए वर्तमान दर से अधिक मूल्य नहीं चुकाया। सिंह ने मांग की है कि बीजेपी और न्यास के सदस्य करोड़ों हिन्दुओं से माफी मांगें। इस बीच कथित भूमि घोटाले के विरोध में गाजियाबाद में हनुमान मंदिर पर धरने पर बैठे आम आदमी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक (प्रथम) निपुण अग्रवाल ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किया गया और बाद में निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।