पटना। चुनाव रणनीतिकार और जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जदयू कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान अपने भाषण में दिल्ली में हाल में हुई हिंसा का कोई जिक्र नहीं करने पर उनकी आलोचना की है।
किशोर ने सोमवार को ट्वीट कर पटना के गांधी मैदान में रविवार को आयोजित जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान कुमार के अपने डेढ घंटे से अधिक लंबे भाषण में दिल्ली में हुई हिंसा का जिक्र नहीं किए जाने पर उनकी आलोचना की।
इस रैली में कम लोगों के इकट्ठा होने पर कटाक्ष करते हुए कहा ''पटना में जदयू कार्यकर्ता की “भारी भीड़” को सम्बोधित करते हुए नीतीश कुमार ने 200 सीटें जीतने का दावा किया लेकिन ये नहीं बताया कि 15 साल के उनके “सुशासन” के बावजूद बिहार आज भी देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य क्यों हैं?’’
जदयू नेता और राज्य के मंत्री अशोक चौधरी ने जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में कम भीड़ को लेकर विपक्ष के कटाक्ष पर कहा, “यह एक सार्वजनिक रैली नहीं थी, बल्कि कार्यकर्ताओं की एक बैठक थी। जितना हमने उम्मीद की थी, उससे कहीं अधिक उपस्थिति रही। यद्यपि हम स्वीकार करते हैं कि व्यवस्था में कुछ कमियाँ थीं।’’
उन्होंने कहा “शामियाने की व्यवस्था की जानी चाहिए थी क्योंकि धूप कडी थी और लोग खुले में खड़े होने में असहज महसूस कर रहे थे।’’ चौधरी ने कहा "उपस्थित लोगों के लिए अधिक कुर्सियाँ लगाई जानी चाहिए थीं और वाहनों का पडाव आयोजन स्थल से बहुत दूर नहीं किया जाना चाहिए था।"