नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 5 दिनों की स्वीडन और बेलारूस की यात्रा के लिए आज रवाना होंगे। प्रणब मुखर्जी स्वीडन व बेलारूस की यात्रा करने वाले पहले भारतीय राष्ट्रपति हैं।
यात्रा के दौरान स्वीडन तथा बेलारूस के साथ व्यापारिक और अकादमिक क्षेत्र में भारत के सहयोग की व्यापक संभावनाएं हैं।
मुखर्जी ने करीब 50 सदस्यीय भारतीय व्यवसायियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ परिचर्चा में कहा कि, टिकाउ विकास के अलावा नवोन्मेषण में स्वीडन से बहुत कुछ सीखने की गुंजाइश है।
प्रतिनिधिमंडल में फिक्की, सीआईआई और एसोचैम के प्रतिनिधि भी शामिल थे। यह प्रतिनिधिमंडल भी राष्ट्रपति के साथ स्वीडन व बेलारूस जाएगा।
इस मौके पर मुखर्जी ने करीब 50 साल के दौरान विभिन्न पदों पर रहते हुए भारतीय कारोबारी समुदाय के साथ अपनी चर्चाओं का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, ‘वह प्रतिनिधिमंडल में नये चेहरे, नए विचार और नई सोच देखकर काफी खुश हैं। वह उनकी निवेश पाने तथा नई संभावनाओं का दोहन करने की योजनाओं से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने इस बात की खुशी है कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल विश्वास और उम्मीद से भरा है।’
राष्ट्रपति ने कारोबारी समुदाय से कहा कि, वे इस यात्रा से मिलने वाले अनुभवों से सीखें और उन्हें भारतीय परिस्थितियों में लागू करें।