नई दिल्ली: मोदी सरकार 2.0 में प्रकाश जावड़ेकर को सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनाया गया है। इसके अलावा उन्हें पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन की जिम्मेदारी भी दी गई है। पिछली मोदी सरकार में जावड़ेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में उन्हें स्मृति इरानी के बाद इस विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। प्रकाश जावड़ेकर पहले 2008 में महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद रहे थे, वहीं 2014 में उन्हें मध्य प्रदेश से चुना गया।
मोदी सरकार में 2016 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलने से पहले 2014 से उन्होंने बतौर राज्य मंत्री विभिन्न विभागों के लिए काम किया था। 30 जनवरी 1951 को पुणे में जन्मे प्रकाश जावड़ेकर का सियासी सफर कॉलेज के दिनों से ही शुरू हो गया था। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य के तौर पर सक्रिय थे और इमर्जेंसी के दौरान छात्र आंदोलनों में हिस्सा लिया था। इस दौरान वह कुछ महीनों तक पुलिस की गिरफ्त में भी रहे थे। 1984-90 तक वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव और फिर महासचिव रहे। इसके बाद वह महाराष्ट्र के राज्य सचिव और प्रचार समित के प्रमुख भी रहे।
वह 1990 से लेकर 2002 तक महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य थे। 2008 में राज्यसभा के लिए चुने जाने के बाद केंद्र की राजनीति में उनका पदार्पण हुआ। 2014 के आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की शानदार जीत के बाद उन्हें पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया। इसके बाद वह संसदीय मामलों के राज्य मंत्री भी बनाए गए। 05 जुलाई 2016 को वह मोदी सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री बने और अब मोदी सरकार 2.0 में उन्हें सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनाया गया है।