नई दिल्ली: मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी और भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति में नामांकित किया गया है, जिसे लेकर एक नया विवाद पैदा हो गया है। सरकार द्वारा 21 अक्टूबर को जारी की गई अधिसूचना के अनुसार, 21 सदस्यीय संसदीय सलाहकार समिति का नेतृत्व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं। इस समिति में साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्विजय सिंह को हराने वाली प्रज्ञा ठाकुर भी शामिल हैं।
समिति में विपक्षी नेता फारूक अब्दुल्ला, टीएमसी के सौगत रॉय, डीएमके के ए. राजा और राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार भी हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान ठाकुर ने अपने आपत्तिजनक बयानों से कई बार विवाद खड़ा किया था।
इस दौरान सबसे बड़ा विवाद तब हुआ था, जब प्रज्ञा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। हालांकि प्रज्ञा के इस बयान के बाद भाजपा ने उन्हें एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
वहीं साध्वी प्रज्ञा के कमेटी में शामिल किए जाने को कांग्रेस पार्टी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने ट्वीट किया कि प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा समिति में शामिल किया गया है। भाजपा सरकार ने नेशनलिज्म को नया मॉडल दिया है, बम ब्लास्ट मामले में ट्रायल पर चल रहीं नेता को डिफेंस मामलों की कमेटी में शामिल किया गया। चिंता की कोई बात नहीं, भारत माता की जय।