पटना: बिहार में राजनीतिक दलों के बीच इस समय जमकर ‘पोस्टर पॉलिटिक्स’ हो रही है। इस बीच उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी शुक्रवार को बिहार में चल रही 'पोस्टर पॉलिटिक्स' में कूद गए। उन्होंने कहा कि यदि 1990-2005 के बिहार का वास्तविक पोस्टर बनाया जाए, तो वह इतना भयावह होगा कि नई पीढ़ी कांप जाएगी। इस दौरान मोदी ने जनता दल यूनाइटेड के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर द्वारा की गई तल्ख टिप्पणी पर कहा कि जो बीत गई सो बात गई। मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट कर राष्ट्रीय जनता दल पर निशाना साधा है।
मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘लालू-राबड़ी शासित बिहार के बारे में जो पोस्टर लगाए गए हैं, उनमें न तो कुछ नया है, न कोई गलतबयानी की गई है। पोस्टर में डेढ़ दशक के अंधेरे दौर की कुछ ऐसी बातों की याद दिलाई गई है, जिनकी कठोर सचाई लोगों ने भोगी है। लालू प्रसाद बताएं कि उनके समय लाखों लोगों को पलायन क्यों करना पड़ा था? ’
मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘यदि 1990-2005 के बिहार का वास्तविक पोस्टर बनाया जाए, तो वह इतना भयावह होगा कि नई पीढ़ी कांप जाएगी। जो लोग सच देखने का साहस रखते हों, उन्हें बिहार के हालात पर बनी दो फिल्में 'गंगाजल' और 'अपहरण' यू-ट्यूब से डाउनलोड कर अवश्य देखनी चाहिए। ये दोनों फिल्में भाजपा ने नहीं, मशहूर बिहारी निर्देशक प्रकाश झा ने बनाई थीं। एक पोस्टर पर भड़के राजद के नेता इन फिल्मों के बारे में क्या कहेंगे? ’ गौरतलब है कि इन दिनों JDU और RJD के बीच शहर में पोस्टर लगाकर एक दूसरे पर निशाना साधने का सिलसिला जारी है।
इस बीच, JDU और भारतीय जनता पार्टी के बीच तानातनी के रिश्ते के संदर्भ में पूछे जाने पर कहा कि एनडीए के विषय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा कि सब ठीक है। उन्होंने इस दौरान नए वर्ष पर प्रशांत किशोर द्वारा की गई तल्ख टिप्पणी पर कहा कि जो बीत गई वह बात गई। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि नए साल में एनडीए से कटुता और अविश्वास दूर होगी। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व प्रशांत किशोर ने सुमो को 'परिस्थितियों का उपमुख्यमंत्री' बताया था। (IANS)