नई दिल्ली: तमिलनाडु में स्वर्गीय जे जयललिता के आरके नगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि यह उपचुनाव स्वर्गीय जे जयललिता के बाद सत्तारूढ़ एआईएडीएमके के लिए उसकी राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने की दिशा तय करेगा क्योंकि ये सीट पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद खाली हुई थी। वोटों की गिनती 24 दिसंबर को कराए जाएंगे। प्रचार के दौरान इस अभियान में सभी पार्टियों के शीर्ष नेताओं में मुख्यमंत्री पलानीस्वामी और एआईएडीएमके के पनीरसेल्वम, डीएमके नेता एम के स्टालिन और एआईएडीएमके नेता टीटीवी दिनाकरन आदि को प्रचार अभियान के दौरान मतदाताओं के बीच देखा गया।
वहीं उपचुनाव से एक दिन पहले दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता का वीडियो जारी होने से सियासी सरगर्मी तेज हो गई थी। सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने इस वीडियो को जारी करने के लिए वीके शशिकला परिवार की आलोचना की और आरोप लगाया कि यह ‘साजिशन किया गया ’ और ‘प्रतिष्ठा गिराने वाला ’ कृत्य है जो कि आरके नगर में होने वाले उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए किया गया है। पार्टी ने कहा कि यह दिवंगत मुख्यमंत्री की ख्याति और छवि को ‘गिराने’ वाला है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मत्स्य मंत्री डी जयकुमार ने कहा, ‘‘अम्मा की ख्याति और छवि को चोट पहुंचाने के लिए यह (कार्य) शशिकला परिवार की सुनियोजित साजिश है जिसे उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए किया गया है।’’ उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता और जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने वीडियो जारी करने के समय पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि यह कार्य आरके नगर चुनाव को प्रभावित करने के ‘उद्देश्य’ से किया गया है।
पार्टी से अलग थलग किए गए नेता दिनाकरण निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। मंत्री ने कहा, ‘‘इस संबंध में यदि किसी के पास जयललिता से जुड़ी कोई सामग्री है तो उसे सरकार की ओर से गठित समिति को ही सौंपा जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि यह आचार संहिता का उल्लंघन है और वीडियो के लिए उन्होंने दिनाकरण कैंप पर कानूनी कार्रवाई की मांग की।