नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा विवाद पर जारी वाकयुद्ध के बीच बीजेपी ने आज एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोला है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आरोप लगाया है कि भारत के लोगों ने अपने खून-पसीने की कमाई PMNRF में दान करते थे जिसे कांग्रेस एक परिवार के फाउंडेशन में डाइवर्ट कर देती थी और लोगों के साथ धोखा करती थी।
जेपी नड्डा ने ट्वीट किया, "भारत के लोगों ने अपने खून-पसीने की कमाई PMNRF में दान की। कांग्रेस दान की गई धनराशि को एक परिवार के फाउंडेशन में डाइवर्ट कर देती थी और लोगों के साथ धोखा करती थी। यूपीए सरकार में लोग राजीव गांधी फाउंडेशन में दान करते थे जिसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी थीं।"
इससे पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि 2005-06 में राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से तीन लाख अमेरिकी डॉलर की राशि मिली थी। पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि इतनी मोटी रकम किस बात के लिए राजीव गांधी फाउंडेशन को मिली थी? इस फाउंडेशन की अध्यक्ष कांग्रेस नेता सोनिया गांधी हैं तथा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इसके सदस्य हैं।
नड्डा ने ये गंभीर आरोप मध्य प्रदेश ‘जनसंवाद’ नाम से आयोजित एक डिजिटल रैली को दिल्ली से संबोधित करते हुए लगाए। इस रैली को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी संबोधित किया। रैली में नड्डा ने हालांकि अपने भाषण के दौरान कहा था कि फाउंडेशन को तीन हजार सौ अमेरिकी डालर मिले। एक मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि फाउंडेशन को ‘तीन सौ हजार करोड़ अमेरिकी डालर’ मिले लेकिन बाद में बीजेपी अध्यक्ष के कार्यालय ने स्पष्ट किया कि नड्डा ने जिस राशि का उल्लेख अपने भाषण में किया था वह तीन लाख अमेरिकी डालर है।
बाद में जारी एक बयान में नड्डा के हवाले से कहा गया कि चीनी दूतावास ने फाउंडेशन को 90 लाख रूपये दिए थे। रैली में नड्डा ने मुख्य विपक्षी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘‘मुझे आश्चर्य होता है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को 2005-06 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और चीनी दूतावास ने तीन लाख यूएस डॉलर क्यों दिए?’’
नड्डा ने कहा कि विपक्ष के लोग विरोध के नाम पर किस तरीके से ‘‘दोस्ती’’ निभाते हैं, यह इसका एक उदाहरण है। वहीं इन दावों पर प्रतिक्रिया जताते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘मेहरबानी करके 2005 में जीना बंद करिए और 2020 के सवालों के जवाब देना शुरू करिए।’’