नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मोबाइल एप्लिकेशन 'Namo App' पर एक सर्वेक्षण के माध्यम से उन मुद्दों पर सीधे लोगों से प्रतिक्रिया मांगी है जो उनके राज्यों में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में मतदान के दौरान महत्वपूर्ण होंगे। पीएम ने सरकार द्वारा COVID-19 से उपजे हालात से निपटने, अनुच्छेद 370 और राम मंदिर के निर्माण जैसे मुद्दों पर लोगों की प्रतिक्रिया मांगी है। उत्तर प्रदेश और 4 अन्य राज्यों में कुछ महीने बाद होने वाले महत्वपूर्ण चुनावों से पहले आए इस सर्वेक्षण में लोगों से यह भी पूछा गया है कि क्या उनके निर्वाचन क्षेत्र में 'विपक्षी एकता का प्रभाव पड़ेगा।'
'शेयर योर ओपिनियन' शीर्षक वाले इस सर्वे में यह भी पूछा गया है कि मतदान करते समय लोगों के लिए सबसे बड़ा कारक क्या है, ‘देश में पीएम नरेंद्र मोदी का नेतृत्व, राज्य स्तर के मुद्दे या स्थानीय मुद्दे।’ इस तरह के सवालों से संकेत मिलता है कि उम्मीदवारों के चयन में सर्वेक्षण भी एक भूमिका निभा सकता है। इस सर्वे में कम से कम 13 मुद्दों को लेकर लोगों से पूछा गया है कि अगले विधानसभा चुनावों में मतदान करते समय उनके दिमाग में ‘सबसे महत्वपूर्ण चीज’ क्या होगी।
नमो ऐप पर जारी इस सर्वे में महंगाई, भ्रष्टाचार, कानून-व्यवस्था की स्थिति, राम मंदिर, ट्रिपल तलाक कानून, अनुच्छेद 370, शिक्षा, COVID-19, निर्माण, रोजगार, स्वच्छता, बिजली और सड़कों और बुनियादी ढांचे से जुड़े सवाल शामिल हैं। बता दें कि राम मंदिर और कानून एवं व्यवस्था जैसे मुद्दे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में अहम भूमिका निभा सकते हैं। वहीं, बीजेपी निश्चित तौर पर कोरोना वायरस के बारे में भी सोच रही है क्योंकि एक सवाल यह भी है कि लोग अपने राज्य में हो रहे टीकाकरण से किस हद तक संतुष्ट हैं।
इस सर्वे में लोगों से यह भी पूछा गया है कि क्या पिछले 4 सालों में उनके राज्यों की सरकारों में वर्क कल्चर सुधरा है। साथ ही यह भी पूछा गया है कि क्या वह अपने राज्य के भविष्य को लेकर पूर्व के मुकाबले ज्यादा आशान्वित हैं। सर्वे में लोगों से यह भी पूछा गया है कि किसी उम्मीदवार को वोट देते हुए वह उसकी जाति, धर्म या काम में से क्या देखते हैं। ऐप में जो भी सवाल पूछे गए हैं, उन्हें देखकर साफ लगता है कि आने वाले चुनावों में वे कहीं न कहीं विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों के चयन में भी अहम भूमिका निभाएंगे।