नई दिल्ली: जम्मू एवं कश्मीर के तेजी से बदलते घटनाक्रमों के बीच आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में कैबिनेट मीटिंग हुई है। सुबह 9:30 मिनट पर शुरू होई इस बैठक में राज्य से संबंधित कई बड़े। बैठक के बाद अब गृहमंत्री अमित शाह कश्मीर के हालात पर संसद में बयान दिया जिसके बाद हंगामा मच गया। शाह ने धारा 370 हटाने और जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने का प्रस्ताव पेश किया था। आपको बता दें कि पिछले कुछ घंटों में जम्मू और कश्मीर के हालात तेजी से बदले हैं।
जम्मू-कश्मीर से हटाया गया अनुच्छेद 370
सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में एक विधेयक पेश किया जिसमें जम्मू कश्मीर राज्य का विभाजन 2 केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में करने का प्रस्ताव किया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में एक संकल्प पेश किया जिसमें कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 370 के सभी खंड जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं होंगे। शाह ने राज्यसभा में जम्मू एवं कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 पेश किया।
लद्दाख और J&K अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश
गृह मंत्री अमित शाह ने लद्दाख के लिये केंद्र शासित प्रदेश के गठन की घोषणा की जहां चंडीगढ़ की तरह से विधानसभा नहीं होगी। शाह ने राज्यसभा में घोषणा की कि कश्मीर और जम्मू डिवीजन विधान के साथ एक अलग केंद्र शासित प्रदेश होगा जहां दिल्ली और पुडुचेरी की तरह विधानसभा होगी। गृह मंत्री ने कहा,‘राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद अनुच्छेद 370 के सभी खंड लागू नहीं होंगे।’ राज्यसभा में इस दौरान कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने विधेयक का विरोध करते हुए हंगामा किया और आसन के समक्ष धरने पर बैठ गए।
रविवार को शाह ने की अहम बैठक
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को जम्मू एवं कश्मीर में बढ़ते तनाव के बीच एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह सचिव राजीव गौबा, खुफिया ब्यूरो (आईबी) के प्रमुख अरविंद कुमार, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के प्रमुख सामंत कुमार गोयल और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। अतरिक्त सचिव (जम्मू एवं कश्मीर डिवीजन) ज्ञानेश कुमार ने अलग से कश्मीर घाटी की स्थिति के बारे में गृहमंत्री को विस्तार से अवगत कराया।
महबूबा-उमर को नजरबंद किया गया
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को भी आधी रात उनके घर में नजरबंद किया गया है। कांग्रेस नेता उस्मान माजिद और सीपीएम नेता एमवाई तारिगामी ने भी दावा किया कि उन्हें देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, गिरफ्तारियों के संबंध में अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट के जरिए सूबे के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
जम्मू और श्रीनगर में धारा 144 लागू
केंद्र सरकार द्वारा किसी बड़े फैसले की आशंका के बीच श्रीनगर सहित राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ कर दी गई है। राज्य की राजधानी श्रीनगर सहित जम्मू में भी सोमवार सुबह 6 बजे से धारा 144 लागू करने का फैसला लिया गया है। जम्मू में मोबाइल इंटरनेट बंद रखने का भी आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा किश्तवाड़, राजौरी और बनिहाल में कर्फ्यू लगा दिया गया है।