ऊना: हिमाचल प्रदेश में चुनाव की तीरीखों के नजदीक आने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऊना से कैंपेन की शुरुआत की। राज्य में 9 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यहां आयोजित एक रैली में नोटबंदी पर पीएम मोदी ने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने नोटबंदी से इनकार कर दिया था। जब जरूरत थी तब इंदिरा गांधी ये काम करतीं तो मुझे इतना बड़ा कदम उठाने की जरूरत नहीं पड़ती।
बता दें कि इंदिरा गांधी के दौर में भी नोटबंदी का प्रस्ताव आया था लेकिन कांग्रेस चुनाव के डर से इसको लागू करने का हिम्मत नहीं जुटा पाई थी। कांग्रेस को इस निर्णय के लागू होने की स्थिति में चुनाव में खामियाजा भुगतने का डर था लिहाजा इंदिरा गांधी ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और फिर इसे लागू नहीं किया गया।
पीएम ने पिछली कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार को गरीबों के लिए मायने रखने वाली 57,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी का दुरुपयोग करने पर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा, "सब्सिडी के नाम पर लोग खजाना लूटा करते थे। पूर्व में सब्सिडी को लागू करने के लिए बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार के चलते 57,000 करोड़ रुपये बर्बाद हो गए।" उन्होंने कहा, "हमारी नीति ने अब लूट-खसोट बंद कर दी है। कांग्रेस के नेता इसे सहन नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए वे मुझ पर हमला कर रहे हैं।"
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के उस बयान पर टिप्पणी करते हुए, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार द्वारा दिया गया एक रुपया गांवों तक पहुंचकर 15 पैसा ही रह पाता है, मोदी ने कहा कि राजीव वह चिकित्सक थे, जो भ्रष्टाचार की समस्या के बारे में जान तो गए थे, लेकिन इसके बारे में कुछ कर नहीं सके। मोदी ने कहा कि उन्होंने इस बात को सुनिश्चित किया है कि 100 पैसा गरीब की जेब में ही जाए।
विकास का दांव चलते हुए मोदी ने कहा कि हिल स्टेशन वाले राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उनकी सरकार राज्य में सड़कों का जाल बिछाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सिर पर हिमाचली टोपी पहने मोदी ने कहा कि पिछले 20 सालों में राज्य में हुआ एक चुनाव भी ऐसा नहीं रहा, जिसका हिस्सा वह नहीं बने, लेकिन यह एक अभूतपूर्व चुनाव है और वह जानते हैं कि हवा का रुख किस ओर है। मोदी ने कहा, "भ्रष्ट कांग्रेस के खिलाफ यहां आंधी चल रही है।"