नई दिल्ली: कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां पीएम मोदी के 'वन नेशन, वन इलेक्शन' फॉर्मूले का विरोध करेंगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज कांग्रेस पार्टी की अगुवाई में विपक्षी दलों के नेताओं की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। हालांकि इसपर अंतिम फैसला बुधवार सुबह एकबार फिर बातचीत करके लिया जाएगा। बुधवार को प्रधानमंत्री ने इसपर विचार के लिए विपक्षी दलों के प्रमुखों की बैठक बुलाई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने इस बैठक में आने से इनकार कर दिया है। वहीं विपक्षी दलों की बैठक में जनहित के मुद्दों पर सरकार को घेरने की भी चर्चा हुई है।
आज विपक्षी पार्टियों की बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, के सुरेश, टीआर बालू, कनिमोझी, सुप्रिया सूले, फारूक अब्दुल्ला, एनके प्रेमचंद्रन समेत अन्य नेता शामिल हुए। इन नेताओं का कहना था कि 'आज आप एक देश एक चुनाव की बात करेंगे, कल एक देश एक धर्म की बात होगी,फिर एक देश एक पहनावे की बात होगी'। हालांकि विपक्षी दल के नेता पीएम की बैठक में शामिल होने को लेकर कल सुबह एकबार फिर बात करेंगे।
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने उन सभी दलों के प्रमुखों को 19 जून को बैठक के लिए आमंत्रित किया है जिनके लोकसभा या राज्यसभा में सदस्य हैं। इस बैठक में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विचार, 2022 में आजादी के 75वें वर्ष के जश्न, महात्मा गांधी के इस साल 150वें जयंती वर्ष को मनाने समेत कई मामलों पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद 20 जून को सभी सांसद रात्रिभोज के समय बैठक करेंगे।