नई दिल्ली: साल 2019 की पहली शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस धमाकेदार इंटरव्यू के नाम रही, जिसे कोई भूल नहीं सकता। हिंदुस्तान से पाकिस्तान तक, राम मंदिर से राफेल तक, तीन तलाक से नोटबंदी तक और चुनावी हार से चौकीदार को चोर कहने वालों तक, पीएम मोदी ने सबको गिन-गिन कर, चुन-चुन कर जवाब दिया। और ऐसा जवाब दिया जो विपक्ष के खेमे में खलबली पैदा कर गया। उन्होंने बीजेपी के खिलाफ बन रहे महागठबंधन को खारिज करते हुए कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव जनता बनाम महागठबंधन होगा।
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी दलों में एकता नहीं है और न ही कोई संयुक्त विजन है कि वे देश के लिए क्या करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन खुद को बचाने वाले नेताओं का गुट है। उनका टारगेट सिर्फ मोदी है, महागठबंधन के नेता सिर्फ मोदी को गाली देते है। विपक्षी दल खुद को बचाने के लिए सहारा ढूंढ रहे हैं। पीएम ने कहा कि पिछले पांच सालों की मीडिया रिपोर्ट्स का विश्लेषण किया जाए तो पाएंगे कि गठबंधन में कुछ ठोस नहीं है। वे अभी भी अलग-अलग आवाज में बात करते हैं। वे एक दूसरे की तरफ खुद को बचाने के लिए देख रहे हैं। विपक्षी दल खुद को बचाने के लिए सहारा ढूंढ रहे हैं असली खेल यही है।
पीएम मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार के काम को देखते हुए एक बार फिर बीजेपी को जनता का आशीर्वाद मिलेगा। उन्होंने कहा, ''मुझे भरोसा है कि यह चुनाव जो जनता की उम्मीदों पर पूरा करते है और जो उनकी आकांक्षाओं को रोकते हैं उनके बीच होगा। यह 70 साल का तजुर्बा है कि जनता ही निर्णायक है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव जनता बनाम गठबंधन होगा। मोदी तो सिर्फ लोगों के प्यार और आशीर्वाद की अभिव्यक्ति है।''