वडनगर (गुजरात): नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद आज पहली बार अपने गृहनगर वडनगर पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री भावुक नजर आए और उन्होंने जनता का अभिवादन किया और कहा कि अपने गांव और अपनों के बीच में अलग सम्मान होता है और अपने गांव आकर उन्हें नई ऊर्जा मिली है।
अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री मोदी पहले गुंजा गांव में उतरे। यहां से उन्होंने वडनगर तक रोड शो किया। करीब 6 किलोमीटर लंबे रोड शो के दौरान पीएम मोदी अपनी गाड़ी में खड़े रहे और रास्ते में खड़े लोगों का अभिवादन किया। वडनगर पहुंचने पर पीएम मोदी अपने स्कूल पहुंचे। बी एम हाईस्कूल के गेट पर पहुंचकर मोदी जमीन पर बैठ गए और वहां की मिट्टी को माथे पर लगाया।
प्रधानमंत्री के बड़े भाई सोमाभाई दामोदर दास मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र पहली बार वडनगर आए हैं और इसको लेकर वडनगर और आसपास के गांव बादरपुर, मोलीपुर समेत इस पूरे इलाके में खासा उत्साह रहा है। वे देश की सेवा में लगे हैं और हम सभी का आशीर्वाद उनके साथ है।
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स्कूल में मोदी के साथ पढ़े डॉ. सुधीर जोशी ने भी पुराने दिनों की यादें ताजा करते हुए बताया कि वह और मोदी प्राइमरी कक्षा से ही साथ पढ़े थे। उन्होंने बताया कि मोदी स्कूल के छात्रों और शिक्षको की सारी समस्याओं का हल निकाल लेते थे। मोदी ने यहां 1963 से 1967 तक पढ़ाई की।
स्कूल के बाद पीएम मोदी वडनगर के मशहूर हाटकेर मंदिर पहुंचे। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने कुल देवता की पूजा की। इस दौरान उनके साथ गुजरात के सीएम विजय रुपानी भी मौजूद रहे। मंदिर में पुजारी ने मोदी को पूजा कराई। मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद प्रधानमंत्री मोदी नवनिर्मित जीएमईआरएस मेडिकल कॉलेज पहुंचे जहां उन्होंने अस्पताल और कॉलेज का उद्घाटन किया। यहां पर उन्होंने मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं से बातचीत की। यह अत्याधुनिक अस्पताल करीब 600 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है।
इसके बाद मोदी ने एक बच्चे को पोलियो की दवा पिलाकर सघन मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की। इस मौके पर स्वास्थय मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि टीकाकरण का कार्यक्रम 190 जिलों में चलेगा, जिसमें शहरी और नॉर्थ ईस्ट के हिस्सों को भी कवर किया जाएगा। नड्डा ने आगे बताया कि स्वास्थय मंत्रालय के साथ-साथ एनजीओ की भी मदद ली जाएगी ताकि टीकाकरण युक्त भारत बनाया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेना के प्रमुख रहे जनरल करियप्पा का जिक्र कर कहा कि जब वह अपने गांव गए थे तो उन्होंने कहा था मुझे हर जगह बहुत स्वागत और सम्मान मिला, लाखों सिपाहियों ने मुझे सलाम किया, लेकिन अपने गांव और अपनों के बीच में जो सम्मान होता है उसका आनंद कुछ और ही होता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें भी अपने गांव में आकर नई ऊर्जा मिली है।
मोदी ने वडनगर के अपने पुराने दोस्तों और जानकारों को याद करते हुए कहा कि आज उनको देखा तो कुछ के दांत नहीं बचे और कुछ लकड़ी लेकर चल रहे हैं। मोदी ने कहा कि उनको अपने गांव आकर नई ऊर्जा मिली है और अब वह देश के लिए पहले से ज्यादा मेहनत करेंगे।