नई दिल्ली: विपक्षी दलों की तरफ से संसद के बजट सत्र के दौरान लगातार अवरोध पैदा करने का विरोध करते हुए 12 अप्रैल को बीजेपी के सांसद एक दिन का उपवास रखेंगे। इस उपवास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। उपवास के दौरान वे तय शिड्यूल के मुताबिक रोज का अपना काम भी करेंगे। वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कर्नाटक के हुबली में उपवास रखेंगे।
12 अप्रैल को उपवास रखने की घोषणा 6 अप्रैल को बीजेपी के 38वें स्थापना दिवस के कार्यक्रम के दौरान की गई थी। जहां प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि बीजपी सबको साथ लेकर चलने की राजनीति कर रही है जबकि विपक्षी दल लोगों को बांटने की नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि बीजेपी की बढ़ती हुई ताकत से विपक्षी दल परेशान हैं।
विपक्षी दलों द्वारा दलितों के विरोध प्रदर्शन पर सरकार को निशाना बनाए जाने पर पीएम मोदी ने कहा था कि बीजेपी के सांसद और अन्य नेता 14 अप्रैल से लेकर 5 मई के बीच 20,844 गांवों जहां एससी-एसटी की आबादी 50 फीसदी से ज्यादा है, वहां एक रात बिताएंगे और उन्हें केंद्र द्वारा उनके कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से अवगत कराएंगे।