पूर्णिया: अंतिम चरण के चुनाव से पहले बिहार के पूर्णिया में भाषण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से विकास के मुद्दे को दोहराया। उन्होंने कहा कि मेरा आपके लिए तीन सूत्री कार्यक्रम है। पढ़ाई, कमाई और दवाई। मोदी ने कहा कि राज्य के हालत यह है कि मां-बाप अपनी जमीन गिरवी रखकर अपने बच्चों को राज्य के बाहर पढ़ाने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि उनका संकल्प है कि गरीब से गरीब बच्चों को अच्छी से अच्छी और सस्ती से सस्ती पढ़ाई मुहैया कराई जाए। पीएम मोदी ने यहां पर लालू और नीतीश से उनके पिछले 25 सालों का हिसाब भी मांगा।
पूर्णिया में भाषण देते हुए मोदी ने कहा, “यहां कि माताएं और बहने बिहार में अच्छी सरकार चाहती हैं, क्योंकि जंगलराज से माताएं बहनें परेशान है। नीतीश और लालू को पहले 25 सालों का इतिहास देना चाहिए। बिहार का पानी और जवानी हिंदुस्तान का भला कर सकता है। किसान को अगर पानी मिले तो वो सोना उगा सकता है। मैं बिहार के लोगों को पढ़ाई, सड़क और रोजगार उपलब्ध करवाना चाहता हूं। मेरे भाइयों बहनों मैं चाहता हूं कि आप सभी लोग 5 नवंबर के दिन एनडीए को मतदान करें और मुझे भरोसा दिलाए कि आप में से हर कोई 10-10 घरों के लोगों को प्रेरित करेंगे कि एनडीए को वोट दें। आप ऐसा करेंगे।”
84 पर बोले मोदी-
नरेंद्र मोदी ने कहा, “इंदिरा गांधी की हत्या के ठीक एक दिन बाद सिक्खों का कत्लेआम हो रहा था। तब सिक्खों को मारा जा रहा था। कांग्रेस के नेताओं पर कत्लेआम के आरोप लगे, लेकिन अब वही कांग्रेस असहिष्णुता पर भाषण दे रही है। अरे शर्म करो, डूब कर मर जाओ।”
नीतीश और लालू जी को धन्यवाद-
मैं नीतीश और लालू जी को धन्यवाद कहना चाहता हूं..आप लोग सोच रहे होंगे कि चुनाव चल रहा है और मैं नीतीश और लालू को घन्यवाद अदा कर रहा हूं। वो इसलिए क्योंकि कांग्रेस बिहार में 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस का बिहार में नामो निशान नहीं है। कांग्रेस ने हमें 40 सीटें सोने की थाली में सजाकर दे दी हैं।
स्कूटर अगर कीचड़ में फंसा हो तो उसे दो चार लोग धक्का देकर आगे निकाल सकते हैं लेकिन जब स्कूटर कूड़े में पड़ा हो तो उसे रस्सी से खींचकर बाहर लाना पड़ता है। मित्रों बिहार की स्थिति ऐसी ही है। पीएम मोदी ने यहां पर कई योजनाओं की घोषणाएं भी की।