बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने अपने सूबे की किसान कर्जमाफी योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘क्रूर मजाकों में से एक’ बताने पर पलटवार किया है। कुमारस्वामी ने इस मुद्दे को लेकर मोदी पर ‘राजनीतिक फायदे’ के लिए देश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। कृषि ऋण माफी योजना के क्रियान्वयन के लिए जनता दल सेक्युलर-कांग्रेस गठबंधन सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए उन्होंने दावा किया अभी तक 60,000 किसानों को इससे फायदा पहुंचा है। वहीं, पूर्वी मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने किसानों की आत्महत्या को लेकर कुमारस्वामी पर तंज कसा है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से रविवार को जारी किए गए एक बयान में कुमारस्वामी को यह कहते हुए उद्धृत किया गया,‘यह बेहद दुखद है कि प्रधानमंत्री मोदी इसे किसानों के साथ एक क्रूर मजाक की तरह देखते हैं, योजना के बारे में पूर्ण तथ्य जाने बिना वह देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं।’ मोदी ने शुक्रवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, ‘कर्जमाफी के नाम पर उन्होंने जो किया वह इतिहास में सबसे क्रूर मजाकों में से एक के तौर पर दर्ज होगा। सत्ता में आने के 6 महीने बाद खबरें आई हैं कि केवल कुछ ही किसानों को इस कर्जमाफी योजना से लाभ होगा।’
मोदी ने कहा , ‘किसानों के लिए इन लोगों ने जो किया है, देशभर में घूम-घूमकर इसका श्रेय वे ले रहे हैं। क्या वे कर्नाटक में किसानों की खुदकुशी का भी दोष अपने सिर लेंगे?’ कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार ने सत्ता में आने के कुछ समय बाद ही जुलाई में 45,000 करोड़ रुपए की किसान कर्जमाफी योजना की घोषणा की थी। लेकिन बैंक संबंधी कई मुद्दों के चलते वह अधर में लटक गई। वहीं, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने इस मुद्दे पर कुमारस्वामी सरकार को घेरते हुए कहा है कि सूबे के 156 तालुका सूखे की समस्या झेल रहे हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन कुमारस्वामी नया साल मनाने के लिए सिंगापुर गए हैं।