नई दिल्ली: लोकसभा में आज जीएसटी से संबंधित संशोधन विधेयकों पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और वित्त मंत्री पीयूष गोयल के बीच तीखी कहासुनी हो गई और गोयल ने खड़गे को मुंबई में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती तक दे डाली।
विधेयक पेश करते समय अपने करीब 45 मिनट के भाषण में वित्त मंत्री गोयल ने कहा कि जीएसटी पर कांग्रेस नीत संप्रग ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस महज चार सीटों पर सिमट जाएगी। खड़गे ने इस पर विरोध जताते हुए गोयल पर निशाना साधा और उनके राज्यसभा सदस्य होने की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह स्थानीय चुनाव तक नहीं जीते हैं और उन्हें ऊपर से लाया गया है। अब 125 करोड़ लोग तय करेंगे कि हमारी कितने सीटें आएंगी। आप कैसे तय करेंगे कि हमारी कितनी सीटें आएंगी।
इस पर संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने व्यवस्था के प्रश्न का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि खड़गे वरिष्ठ और अनुभवी सांसद हैं लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह सदन की प्रक्रियाओं की अवहेलना कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि खड़गे को राज्यसभा सदस्यों का अपमान करने का अधिकार नहीं है। गोयल उचित तरीके से राज्यसभा में चुनकर पहुंचे हैं और राज्य का प्रतिनिधित्व करते हैं। संविधान के अनुसार कोई भी सदस्य दोनों सदनों में से किसी में भी चुनकर आ सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘खड़गे को यह बुनियादी ज्ञान नहीं है। उन्हें देश से और गोयल से माफी मांगनी चाहिए।’’ कुमार ने कहा कि खड़गे ने जो सवाल गोयल से पूछा है, उन्हें मनमोहन सिंह से पूछना चाहिए जो छह बार राज्यसभा सदस्य रहे हैं, आज भी उच्च सदन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे।
गोयल ने कहा कि मैंने अपने वक्तव्य के दौरान कम से कम चार बार कांग्रेस सदस्यों से अनुरोध किया कि आपके प्रतिनिधि जीएसटी परिषद में हैं, आप उसका श्रेय लीजिए। हंगामा क्यों कर रहे हैं? मैंने कुछ भी अपमानजनक नहीं कहा। खड़गे ने मेरे लिए व्यक्तिगत टिप्पणी की और बहस का स्तर नीचे गिराया। उन्होंने कहा अगर चुनाव लड़ने की बात है तो वह मुंबई में मेरे खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं।