चेन्नई: द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि को अंतिम विदाई देने के लिए आज सुबह यहां राजाजी हॉल में बड़ी संख्या में लोगों की कतारें लग गईं। करुणानिधि का कल लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी, उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम, लोकसभा के उपसभापति एम थंबीदुरई, राज्य के वरिष्ठ मंत्री, एएमएमके नेता और आरके नगर से विधायक टीटीवी दिनाकरण, सुपरस्टार रजनीकांत और उनके परिवार तथा अभिनेता शिवकार्तिकेयन ने करुणानिधि को श्रद्धांजलि दी। पत्रकारों से बातचीत में पलानीस्वामी ने कहा कि करुणानिधि का निधन ‘‘तमिलनाडु के लिए भारी क्षति’’ है। उन्होंने द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता एम के स्टालिन, करुणानिधि के परिवार तथा द्रमुक कार्यकर्ताओं के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। (केंद्र सरकार का फैसला, राजकीय सम्मान के साथ होगा करुणानिधि का अंतिम संस्कार, आधा झुका रहेगा राष्ट्रीय ध्वज )
पलानीस्वामी और पनीरसेल्वम ने स्टालिन के साथ थोड़ी देर बात की जिसमें उन्होंने उनके पिता के निधन पर संवेदनाएं जताई। करुणानिधि का पार्थिव शरीर सीआईटी नगर आवास से राजाजी हॉल लाया गया है ताकि जनता अपने पूर्व मुख्यमंत्री के अंतिम दर्शन कर सके। राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे करुणानिधि के पार्थिव शरीर के पास उनकी संतान स्टालिन, एम के सेल्वम और कनिमोझी समेत उनके रिश्तेदार और द्रविड नेता मौजूद हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज चेन्नई आकर करुणानिधि को श्रद्धांजलि देंगे। शोकाकुल पार्टी नेता और विधायक राजाजी हॉल की सीढ़ियों पर बैठे हुए हैं। समर्थक और शोकाकुल लोग सुबह से ही राजाजी हॉल में उमड़ने लगे जिनमें से कुछ अपने नेता के नाम के नारे लगा रहे थे।
करुणानिधि का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर करने की मांग को लेकर भी कुछ समर्थक नारेबाजी करते सुनाई दिए। द्रमुक ने करुणानिधि के लिए मरीना बीच पर स्थान दिए जाने की उसकी मांग सरकार द्वारा खारिज करने के खिलाफ कल देर रात मद्रास उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। अन्ना द्रमुक सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री सी राजगोपालचारी और के कामराज के स्मारकों के समीप सरदार पटेल रोड पर स्थान आवंटित करने की पेशकश की है। उच्च न्यायालय आज इस पर फैसला सुनाएगा। 94 वर्षीय नेता ने 11 दिन तक बीमारी से लड़ने के बाद कल शाम छह बजकर दस मिनट पर चेन्नई के कावेरी अस्पताल में अंतिम सांस ली।