पटना: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी के बेटे उत्कर्ष मोदी रविवार को परिणय सूत्र में बंध गए। उत्कर्ष और यामिनी की शादी पटना के वेटनरी कॉलेज के मैदान में हुई। इस शादी में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी शामिल हुए। शादी में कई राजनीतिक दिग्गज शामिल हुए थे लेकिन सबकी नजरें लालू और नीतीश पर टिकी थी।
बता दें कि बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद ये पहला मौका था जब लालू और नीतीश दोनों नेता एक साथ किसी समारोह में शामिल हुए थे। दोनों करीब 2 घंटे तक साथ-साथ बैठे रहे लेकिन इनके बीच कोई बातचीत नहीं हुई। इनके अलावा इस समारोह में वित्त मंत्री अरुण जेटली, रविशंकर प्रसाद, अनंत कुमार, राधा मोहन सिंह, बीजेपी लीडर शाहनवाज हुसैन समेत कई नेता शामिल हुए।
लालू और नीतीश ने वर-वधु को दिया आशीर्वाद
शादी के बाद उत्कर्ष और यामिनी लालू के पास पहुंचे और पैर छूकर प्रणाम किया जिसके बाद लालू ने दोनों को आशीर्वाद दिया। लालू ने पहले ही साफ किया था कि उन्हें न्योता मिला है और वह सुशील मोदी के बेटे की शादी में जरूर शामिल होंगे। सीएम नीतीश ने भी वर-वधु को आशीर्वाद दिया।
लालू के बेटे तेज प्रताप ने दी थी धमकी
गौरतलब है कि लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने धमकी दी थी कि शादी के मौके पर वह सुशील मोदी को घर में घुसकर मारेंगे। तेज प्रताप एक सभा में ये धमकी देते नजर आए थे। उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि वह शादी में पहुंचकर सुशील मोदी की पोल खोल देंगे। सभा का यह वीडियो वायरल हुआ था।
बाद में इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सुशील मोदी ने कहा था कि वह लालू यादव की बच्चों की शादियों में शांतिपूर्वक शामिल होते रहे हैं और लालूजी को उनसे बात करनी चाहिए।
न बजा बैंड न, बंटी मिठाइयां
यह एक ऐसी शादी थी, जिसमें न बैंड बजा और न ही मेहमानों और बारातियों का स्वागत हुआ। मेहमानों को खाने और नाश्ते के बजाय भगवान का भोग लगाया हुआ 'प्रसाद' दिया गया। इस अनोखे विवाह के लिए लोगों को निमंत्रण ई-मेल और व्हाट्सएप से भेजे गए थे। भाजपा नेता के पुत्र के इस विवाह में न केवल राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दहेज विरोधी अभियान की झलक मिली, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'डिजिटल इंडिया' का भी समावेश दिखाई दिया।